fearless-miscreants-in-noida-5-bike-borne-miscreants-robbed-journalist-at-gunpoint
fearless-miscreants-in-noida-5-bike-borne-miscreants-robbed-journalist-at-gunpoint

नोएडा में बेखौफ बदमाश, बाइक सवार 5 बदमाशों ने बंदूक की नोक पर पत्रकार के साथ की लूट

नोएडा, 21 जून (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शनिवार देर रात एक न्यूज चैनल के एडिटर इन चीफ से पांच बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। बदमाशों ने पत्रकार को गोली मारने तक की धमकी दे डाली। इस घटना के बाद से नोएडा की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा हो गया हैं, जिसे सुधारने के लिए कमिश्नरी प्रणाली भी लागू की गई है और लगातार प्रशासन की तरफ से ये कहा जाता रहा है कि नोएडा में क्राइम पर काबू पाने के लिए हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। हैरानी की बात ये है पुलिस चौकी से महज 300 मीटर की दूरी पर घटना को अंजाम दिया गया। पत्रकार अतुल अग्रवाल ने अपनी पूरी दास्तां सोशल मीडिया पर बयां की। उन्होंने बदमाशों से जान बचाने के लिए अपने छोटे बेटे की दुहाई दी। फिलहाल इस मामले की शिकायत पुलिस को नहीं दी गई है। अपने पोस्ट में पत्रकार ने लिखा, 19 जून 2021 की रात करीब 1 बजे, नोएडा एक्सटेंशन के राइज पुलिस चौकी के पास से मैं गुजर रहा था, मेरी सफारी स्टॉर्म कार का म्यूजि़क गड़बड़ कर रहा था, तो मैंने कार रोकी और गानों वाली पेन ड्राइव को लगाने लगा, पुलिस चौकी से तकरीबन 250-300 मीटर की दूरी पर मैं रहा होऊंगा। अचानक से 2 मोटर साइकिलों पर सवार 5 लड़के वहां आ धमके, एक बाइक मेरी कार के आगे और दूसरी ड्राइविंग डोर की साइड में लगा दी। साभी मास्क लगाए हुए थे। एक काफी लंबा लड़का, लंबाई लगभग 6.4 फीट के ऊपर ही रही होगी, सबसे पहले बाइक से उतरा और मेरी तरफ का दरवाजा जोर से खींचा। पत्रकार ने आगे लिखा कि, दरवाजा लॉक था इसलिए खुला नहीं, तो उसने खिड़की के शीशे पर जोर से ठोंका और नीचे करने का हुकुम दिया। मैंने नीचे करने में आना-कानी की तो उसने पिस्तौल निकाल ली। मेरे पास उसका आदेश मानने के सिवाय और कोई चारा नहीं था। मैंने दरवाजा खोल दिया। उसने गन-प्वाइंट पर मुझे नीचे उतार दिया। बदमाशों ने मुझे पिस्तौल दिखाते हुए कहा कि चल चेन, अंगूठी, घड़ी और रुपये निकाल, मोबाइल दे अपना। मैंने अपने सारे पैसे (जो मैंने गिने नहीं मगर करीब 5-6 हजार रुपये होंगे) उसे दे दिए। मैंने कहा कि सोने से मुझे एलर्जी है। इसीलिए चेन और अंगूठी तो मैं नहीं पहनता हूं। आगे पत्रकार ने लिखा, मेरी हालत पस्त हो चुकी थी, पैर कांप रहे थे। मैंने फिर से हाथ जोड़ कर जान बख्शने की विनती की। अपने छोटे से बेटे की दुहाई दी। तब वो कार से नीचे उतरा और मेरी कॉलर पकड़ कर, गुर्राते हुए बोला कि अगर ज्यादा होशियारी दिखाई तो सबकी जान जाएगी। उसने मेरा फोन कार की सीट पर फेंक दिया और चले गए। दूसरी ओर पुलिस द्वारा बताया गया कि, सोशल मीडिया के माध्यम से एक मामला संज्ञान में आया है, जिसमें एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा लूट की घटना बताई गई है। उनके द्वारा इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई है। पुलिस की तरफ से इस घटना पर टीमों को गठित किया गया है। वहीं आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। --आईएएनएस एमएसके/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in