नोटबंदी के दौरान फर्जी तरीके से नकदी जमा करने के मामले में ईडी ने चार्जशीट दाखिल की

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नई दिल्ली, 1 जून (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 111 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले में कैलाश गुप्ता, नितिन गुप्ता, निखिल गुप्ता और उनकी कंपनी मुसद्दीलाल ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड एवं कई अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में एक पूरक आरोप पत्र दायर किया है। नवंबर 2016 में नोटबंदी के समय 111 करोड़ रुपये के कोष की हेराफेरी के एक मामले में यह आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया गया है। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी ने सोमवार को व्यापक जांच के बाद मुख्य आरोपी कैलाश गुप्ता, नितिन गुप्ता और निखिल गुप्ता और उनकी कंपनियों मुसद्दीलाल जेम्स एंड ज्वैलरी, मुसद्दीलाल ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड और वैष्णवी बुलियन लिमिटेड के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यही नहीं इस धोखाधड़ी में शामिल चार्टर्ड अकाउंटेंट, गोल्ड बुलियन डीलर और काले धन के प्रमुख योगदानकर्तओं को भी आरोपी बनाया गया है। इस संबंध में कुल 41 संस्थाओं और लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) के अपराध का आरोप तय किया गया है, क्योंकि उन्होंने आठ नवंबर, 2016 को हुई नोटबंदी के बाद जानबूझकर मुसद्दीलाल समूह के बैंक खातों में पैसे जमा किए थे। एक अधिकारी ने कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी ने तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मुसद्दीलाल जेम्स एंड ज्वेल्स प्राइवेट लिमिटेड, वैष्णवी बुलियन प्राइवेट लिमिटेड, मुसद्दीलाल ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने नोटबंदी का इस्तेमाल अपने अघोषित काले धन को सफेद धन में बदला और बड़ा मुनाफा कमाया। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने फर्जी बिक्री के 5,911 बिक्री बिल बनाएं और इस काम को शाम आठ से रात 12 बजे की अल्पावधि के दौरान अंजाम देते हुए 111 करोड़ रुपये बैंकों में अपने खातों में जमा कराया। जमा किए गए काले धन का बड़ा हिस्सा मुख्य आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों का था। उन्होंने कहा, आरोपी ने राशि का एक हिस्सा अपने ऋण चुकाने, देय करों का भुगतान करने और शेष राशि का उपयोग सोना खरीदने के लिए किया था। इस सोने को और भी अधिक लाभ कमाने के लिए बहुत अधिक दर पर बेचा गया था। अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने व्यापक फंड ट्रेल जांच की और पाया कि इस घोटाले में उत्पन्न अपराध की कुल आय 139 करोड़ रुपये थी। ईडी ने इससे पहले 1 फरवरी, 2021 को 130 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी, जिसमें 86 करोड़ रुपये के आभूषण शामिल थे, जो कि वित्तीय जांच एजेंसी की गई खोजों के दौरान जब्त किए गए थे और इससे पहले 13 व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ मामले में दो आरोप पत्र दायर किए जा चुके हैं। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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