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जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार शेख की जड़ों को लेकर असमंजस

कोलकाता, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी अंसार शेख की जड़ों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। हालांकि पश्चिम बंगाल के हल्दिया के कुमारपुर में उसकी एक आलीशान हवेली है, जो कोलकाता के पास पूर्वी मिदनापुर जिले की प्रमुख औद्योगिक बस्ती है, लेकिन उनका नाम स्थानीय मतदाता सूची में नहीं है। पश्चिम बंगाल के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि कोलकाता पुलिस की अपराध शाखा से संपर्क करने के बाद सीआईडी ने अंसार के अतीत और हल्दिया से उसके ताल्लुक के बारे में खुद जांच की। सीआईडी अधिकारी ने कहा, हालांकि अंसार शेख के राजनीतिक जुड़ाव के बारे में कई थ्योरी चल रही हैं, लेकिन हमें उसकी सक्रिय राजनीतिक भागीदारी के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं मिली, कम से कम हल्दिया और पूर्वी मिदनापुर में, चाहे वह अतीत में हो या अब। दूसरा विरोधाभास उसकी जड़ों को लेकर है। जबकि कुछ सूत्रों ने दावा किया है कि वह मूल रूप से असम का था, कुछ अन्य ने दावा किया कि वह वास्तव में बिहार का रहने वाला था। सीआईडी अधिकारी ने कहा, हल्दिया के साथ उसका जुड़ाव तब शुरू हुआ, जब उसने एक स्थानीय महिला से शादी की और बाद में वहां दो मंजिली हवेली बनाई। जैसा कि स्थानीय लोगों ने हमें बताया, अंसार शेख के ससुराल वाले बेहद साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से हैं और शादी के बाद ही उनकी जीवनशैली में सुधार हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार अंसार एक आदर्श दामाद रहा है। इस बीच हल्दिया के वार्ड नंबर 15 से तृणमूल कांग्रेस के पार्षद शेख अजीजुल रहमान द्वारा दिए गए विरोधाभासी बयानों को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। रहमान के साथ अंसार की तस्वीर 21 अप्रैल को वायरल हुई थी। उस दिन, रहमान ने दावा किया कि हालांकि वह अंसार को हल्दिया के एक स्थानीय नागरिक के रूप में जानता था, लेकिन उसे याद नहीं है कि तस्वीर कहां क्लिक की गई थी। लेकिन अब वह दावा कर रहा है कि तस्वीर 2019 में दिल्ली में क्लिक की गई थी। रहमान हल्दिया नगर पालिका के चेयरमैन-इन-काउंसिल के सदस्य भी हैं। उन्होंने दावा किया, मैं अपने परिवार के साथ दिल्ली गया था और वहां से हमें मनाली जाना था। यह सुनकर कि मैं दिल्ली में हूं, अंसार मुझसे मिलने आया, क्योंकि हम एक-दूसरे को जानते थे। उसी समय तस्वीर क्लिक की गई थी। यह उससे हमारी आखिरी बातचीत थी। 19 अप्रैल को आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, अंसार ने अपने परोपकारी कार्यो के कारण हल्दिया में एक परोपकारी व्यक्ति की छवि बना ली है। वह पड़ोसियों के बीच भी काफी लोकप्रिय है, क्योंकि जब भी वह हल्दिया जाता था, वह अपनी हवेली में दावतों की व्यवस्था करता था और उनमें पड़ोसियों को आमंत्रित करता था। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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