पांच लाख का लोन दिलाने के नाम पर तेरह लाख की ठगी
जोधपुर, 14 मई (हि.स.)। बीएसएनएल से सेवानिवृत एक कर्मचारी से किसी शातिर ने निजी कंपनी का प्रतिनिधि बनकर लोन दिलाने के नाम पर 12.90 लाख की ठगी कर डाली। घटनाक्रम 7 अप्रैल से शुरू होकर 26 अप्रैल तक चला। मगर ना तो लोन मिल पाया और ना ही शातिर द्वारा ऐंठी गई उक्त रकम वापिस मिल पाई। पीडित ने अब बासनी पुलिस की शरण ली है। घटना में धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में केस बनाया गया है। बासनी पुलिस ने बताया कि लक्ष्मी विहार प्रथम फेज बासनी निवासी बाबूलाल पुत्र जगन्नाथ गोस्वामी की तरफ से रिपोर्ट दी गई। इसमें बताया गया कि वे बीएसएनएल से सेवानिवृत है। 7 अप्रैल को उसके मोबाइल पर किसी दीपक नाम के शख्स ने फोन किया। उसने खुद को बजाज फाइनेंस कंपनी को रिप्रजेंटिव होना बताया और लोन संबंधी जानकारी दी। इस पर झांसे में आने पर उन्होंने पांच लाख का लोन की चाह जताई। तब शातिर ने उन्हें प्रोसेसिंग के नाम पर पहले 5500 रुपये लिए। जिस रकम को उन्होंने अपने किराएदार के मार्फत यूपीआई के जरिए शातिर के बताए खाते में डाले। फिर शातिर अन्य मदों के नाम पर 26 अप्रैल तक रकम डलवाता रहा। कुल मिलाकर शातिर ने उनसे 12 लाख 90 हजार रुपये अलग अलग खातों के ट्रांसफर करवा दिए। इसके बाद उसने फोन बंद कर दिया। लोन संबंधी जरूरी दस्तावेजों को उन्होंने शातिर के वाटसअप पर भेजे थे। बासनी पुलिस ने इस प्रकरण को लेकर अब अनुसंधान आरंभ किया है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप