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बिंदी लगाने पर महिलाओं को प्रताड़ित करने वाले बांग्लादेश के पुलिसकर्मी की हो रही चौतरफा आलोचना

ढाका, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। बिंदी लगाने के लिए एक महिला को परेशान करने वाले बांग्लादेशी पुलिस के एक कांस्टेबल की व्यापक आलोचना हो रही है, जिसमें कुछ ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। 2 अप्रैल को, ढाका के तेजगांव कॉलेज में थिएटर और मीडिया स्टडीज की लेक्च रर लता समद्दर ने शिकायत दर्ज कराई कि राजधानी के शेर-ए-बांग्ला नगर इलाके में पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें दिनदहाड़े परेशान किया गया। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, जब मैं कॉलेज जा रही थी, तो एक अधेड़ उम्र के लंबी दाढ़ी वाले व्यक्ति ने मुझ पर यह कहते हुए अपशब्द कहे कि आपने टिप (बिंदी) क्यों पहनी हैं? मैंने पलट कर देखा कि वह व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहने मोटरसाइकिल पर बैठा था। घटना की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई, जिसकी भारी आलोचना हो रही है। अभिनेत्री और सांसद सुबोरना मुस्तफा ने रविवार को संसद में इस घटना पर चर्चा करते हुए उत्पीड़न करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मानवाधिकार कार्यकर्ता नूरजहां खान ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि यह घटना पुलिस प्रशासन के एक वर्ग द्वारा चलाई जा रही सांप्रदायिकता का एक रूप है। उन्होंने आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की। अधिवक्ता राणा दासगुप्ता ने कहा, पुलिस अधिकारी की पहचान उजागर की जानी चाहिए, उसे दंडित किया जाना चाहिए। अगर हम इस स्थिति से छुटकारा नहीं पाते हैं, तो निश्चित रूप से बांग्लादेश का भविष्य अंधकारमय है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओक्या परिषद के नेताओं ने पुलिस कांस्टेबल की गिरफ्तारी की मांग की है। एक अनुभवी स्वतंत्रता सेनानी अहमदुल हक चौधरी ने आईएएनएस को बताया कि अधिकांश पुलिस अधिकारियों को उचित अवधि में व्यवहार करने के लिए दीर्घकालिक परामर्श की आवश्यकता होती है। सचिव और पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक बिक्रम किशोर त्रिपुरा ने कहा, सेवा के लिए अपराधी पुलिस अधिकारी की पहचान की जानी चाहिए और विभागीय कार्रवाई तुरंत की जानी चाहिए। कार्यकर्ता और कवि इम्तियाज महमूद ने अपने माथे पर बिंदी पहने हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करके विरोध किया है। --आईएएनएस एचके/एएनएम

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