नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। 22 जनवरी को अयोध्या में राम भक्तों का मेला लगने वाला है। इस बड़े आयोजन को खराब करने की मंशा से राम मंदिर परिसर की रेकी कर रहे तीन संदिग्धों को यूपी पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने गिरफ्तार किया है। ये तीनों खालिस्तान समर्थकों के इशारे पर रेकी कर रहे थे।
तीनों संदिग्ध अयोध्या में स्कॉर्पियो गाड़ी में जय श्री राम का झंडा लगाकर लगातार घूम रहे थे और रेकी कर रहे थे। ATS को उनके मुखबिर ने इनके संबंध में जानकारी दी, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, तीनों संदिग्ध राजस्थान के रहने वाले हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में से एक का नाम शंकर प्रसाद है। उसने बताया कि वो विदेश में रह रहे हरमिंदर सिंह उर्फ लांडा के संपर्क में है। लांडा खालिस्तान समर्थक है। उसने बताया कि लांडा गुरपतवंतसिंह पन्नू के निर्देश पर काम कर रहा है। उसने उन्हें अयोध्या में रेकी करके नक्शा भेजने और फिर आगे के निर्देशों का इंतजार करने के लिए कहा था।
शंकर प्रसाद ने बताया, 'हमें इंतजार करने को कहा गया था। नक्शे के अनुसार घटना को अंजाम देने और हमले के लिए लगने वाले सामान को उपलब्ध कराने की बात हमसे कही गई थी।' शंकर प्रसाद ने बताया कि किसी को शक न हो, इसलिए वो लोगो अपनी गाड़ी में श्री राम का झंडा लगाकर रेकी कर रहे थे। बता दें कि शंकर प्रसाद सात साल जेल में रह चुका है।
तीनों आरोपी राजस्थान से रखते हैं ताल्लुक
यूपी एटीएस ने पकड़े गए गैंगस्टर की पहचान कर ली है। यह तीनों राजस्थान के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपी शंकर लाल प्रसाद राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है। इसके अलावा दो अन्य साथी अजीत कुमार राजस्थान के झुंझुनू जिले के सदर सदर थाना के रहने वाला है। वहीं प्रदीप पूनिया भी सीकर जिले के डालियावास गांव का रहने वाला है। ये सभी खालिस्तानी समर्थक भी है।
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