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हैदराबाद आग हादसे में बिहार के 11 मजदूरों की झुलसकर मौत (लीड-1)

हैदराबाद, 23 मार्च (आईएएनएस)। सिकंदराबाद में एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लगने से बिहार के ग्यारह प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि बुधवार को ये घटना सिकंदराबाद के भोईगुड़ा इलाके की आईडीएच कॉलोनी स्थित गोदाम में सुबह करीब चार बजे हुई। पुलिस ने कहा कि एक व्यक्ति आग से बाहर निकलने में कामयाब रहा और उसे गांधी अस्पताल ले जाया गया। भारी धुएं के कारण आग में फंसे अन्य लोग जिंदा जल गए। सभी पीड़ित बिहार के छपरा जिले के प्रवासी श्रमिक थे और जब आग लगी तब वे सो रहे थे। एक को छोड़कर बाकी की उम्र 23 से 35 साल के बीच थी। अलग-अलग इलाकों से मौके पर पहुंची दमकल की पांच गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद ने कहा कि कार्यकर्ता पहले कमरों में सो रहे थे, जबकि प्लास्टिक, समाचार पत्र और अन्य स्क्रैप सामग्री सहित स्क्रैप सामग्री ग्राउंड फ्लोर पर रखी गई थी। गैस सिलेंडर में आग लगने के बाद किसी ने पुलिस को सूचना दी। शवों को गांधी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि 10 मृतकों के शव पहचाने नहीं जा रहे थे। गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राजा राव ने कहा कि शव परीक्षण के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, हमें शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण करना होगा और प्रक्रिया पूरी करने के बाद हम अवशेष उनके परिवारों को सौंप देंगे। पुलिस ने कहा कि लकड़ी डिपो मालिक की लापरवाही और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के कारण यह घटना हुई। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने आग दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है और बिहार के श्रमिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने आग में मरने वालों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार को बिहार के श्रमिकों के शवों को उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पीड़ितों के रिश्तेदारों और दोस्तों के बयानों के आधार पर मृतकों की पहचान दीपक (26), दिनेश (35), राजेश (25), चिंटू (27), पंकज ( 26), बिट्ट (23), सतेंदर (35), गोलू (28), दामोदर (27), सिकंदर (40), राजेश (26) के रूप में हुई है। वे इलाके में कबाड़ की दुकानों, लकड़ी के डिपो और अन्य दुकानों पर काम कर रहे थे। पशुपालन मंत्री टी. श्रीनिवास यादव, मुख्य सचिव सोमेश कुमार और पुलिस आयुक्त आनंद, हैदराबाद के जिला कलेक्टर एल. शरमन ने घटनास्थल का दौरा किया। श्रीनिवास यादव ने कहा कि सरकार परिवारों को हर संभव मदद देगी। पुलिस आयुक्त ने कहा कि गोदाम के मालिक को संबंधित अधिकारियों से कोई अनुमति नहीं थी। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बाद में, गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने गांधी अस्पताल का दौरा किया और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी आग दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। --आईएएनएस एसकेके/आरजेएस

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