नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला मामले में 2 गिरफ्तार
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को कहा कि उन्होंने नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाला मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक, जय नारायण शर्मा और निजामुद्दीन को मनी लॉन्ड्रिंग में उनकी भूमिका के आधार पर गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें अपराध की आय के सृजन, अधिग्रहण, लेयरिंग और एकीकरण के बारे में सही तथ्यों का पता लगाने और उपरोक्त मामले में अन्य सबूतों की पुष्टि के लिए गिरफ्तार किया गया। जांच एजेंसी के अनुसार, एक दिन पहले (शनिवार) उन्होंने धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत स्टर्लिग अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, आशापुरा एग्रो इंडस्ट्रीज, वेस्टर्न एनर्जेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, जय नारायण शर्मा के चेयरमैन स्टर्लिग अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, रावत सिंह और प्रीति स्वामी के आवासीय परिसरों की तलाशी ली। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, जयपुर, राजस्थान पुलिस द्वारा दायर एक प्राथमिकी और चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू की गई थी। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने अध्यक्ष, उनके सहयोगियों और रिश्तेदारों के माध्यम से राजस्थान और गुजरात में 200 से अधिक शाखाएं खोलीं और निवेशकों को उनके निवेश पर ज्यादा रिटर्न का वादा करके धोखा दिया। ईडी ने कहा, अध्यक्ष, उनके सहयोगियों और रिश्तेदारों ने उनके और उनके करीबी सहयोगियों के स्वामित्व और नियंत्रण वाली संस्थाओं के नाम पर धोखाधड़ी से सोसायटी के फंड से कर्ज लिया। तलाशी अभियान के दौरान 62.60 लाख रुपये की नकदी और 20 किलोग्राम वजन की चांदी के साथ आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए। सीबीआई की विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों को 24 दिसंबर तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है। ईडी ने कहा, आगे की जांच जारी है। --आईएएनएस एचके/एसजीके