
रफ्तार डेस्क, नई दिल्ली। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति तेज हो गई है। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे आरक्षण की मांग पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं। आंदोलन को लेकर तमाम दलों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के कई हिस्सों में हिंसक घटनाएं हुई। इसी के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
मराठा आरक्षण की आग महाराष्ट्र के कई हिस्सों में हिंसक हुई
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर भड़की चिंगारी अब पुणे तक पहुंच गई है। मराठा आरक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग को जाम कर दिया। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे से फोन पर बात की। उन्होंने कैबिनेट बैठक में मराठा आरक्षण पर ठोस फैसले का आश्वासन दिया।
मनोज जारांगे ने दिया अल्टीमेटम
मनोज जारांगे ने महाराष्ट्र सरकार को दिया अल्टीमेटम, मनोज जारांगे ने आज शाम तक का समय दिया है। आज शाम तक अगर सरकार ने फैसला नहीं लिया तो वह जल त्याग देंगे और आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इससे पहले राज ठाकरे ने मनोज जारांगे को पत्र लिखकर आंदोलन रोकने की अपील की थी।
एकनाथ शिंदे गुट के सांसद ने दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा जोरो पर है। आलम यह है कि गांवों में भी आंदोलन की आग भड़क उठी है। ऐसे में राजनीतिक नेताओं पर भी समाज का दबाव बढ़ गया है। मराठा समुदाय के लोगों ने राजनीतिक नेताओं को कड़ी चेतावनी दी है कि नेताओं को आरक्षण के लिए समुदाय के पीछे खड़ा होना चाहिए। इसी दबाव के चलते हिंगोली लोकसभा सीट से एकनाथ शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर जानकारी दी है कि वह सांसद पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
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