मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के बाहर के कुछ लोग झारखंड के लोगों को सत्ता में देखना ही नहीं चाहते। राज्य गठन के बाद सबसे पहले एक आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाया गया।