काठमांडू, एजेंसी। मुख्य चुनाव आयुक्त दिनेश कुमार थपलिया ने कहा है कि ऐसा कानून बनाया जाए, जिससे मतदाता जहां हो, वहीं से मतदान कर सके। गुरुवार को काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य चुनाव आयुक्त थपलिया ने कहा कि कानून आम मतदाताओं को अपने निवास स्थान से मतदान करने की अनुमति देगा।
इससे मतदाताओं की संख्या में इजाफा होगा
उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं के नाम अंतिम मतदाता सूची में प्रकाशित हुए हैं, वे अस्थायी निवास स्थान से भी आनुपातिक चुनाव प्रणाली के तहत मतदान करने में सक्षम हों। उन्होंने कहा कि इस बात की गारंटी के लिए एक कानून बनाया जाना चाहिए कि जो कोई भी है, कम से कम आनुपातिक रूप से मतदान कर सकेगा। उन्होंने कर्मचारियों और बंदियों को इस बार आनुपातिक रूप से मतदान करने की अनुमति का उल्लेख करते हुए कहा कि भविष्य में एक कानून बनाकर इसे आम मतदाताओं को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप काठमांडू में एक एनजीओ में काम कर रहे हैं। आपका घर मनांग है। आपका घर ताप्लेजंग है। क्या आपका मतलब है कि आप मतदान नहीं कर सकते? इस बात की गारंटी के लिए कानून बनाया जाना चाहिए कि जो भी मौजूद होगा, वह कम से कम आनुपातिक रूप से मतदान करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी व्यवस्था की जा सके तो मतदाताओं की संख्या में इजाफा होगा।
पार्टी का पंजीकरण कोई उपलब्धि नहीं
मुख्य चुनाव आयुक्त थपलिया ने कहा कि आयोग सर्वदलीय बैठकों में जनता द्वारा अनुमोदित राजनीतिक दलों को ही शामिल करने का निर्णय लेने जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का पंजीकरण कराना कोई उपलब्धि नहीं है, बल्कि लोगों द्वारा अनुमोदित होना और वैधता बनाना बड़ी बात है। यहां काठमांडू में दलों को बुलाकर सभा कैसे करें? बैठक कहां आयोजित करें? सर्वदलीय बैठक करने के लिए तुंडीखेल जा रहे हैं? मेरा मतलब सिर्फ उदार होना था। मैंने जो कहा वह यह है कि पार्टियों को लोगों द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का पंजीकरण कोई उपलब्धि नहीं है। लोगों द्वारा अनुमोदित होना, वैधता बनाने में सक्षम होना एक बड़ी बात है। मुझे लगता है मुझे यहां जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयोग समावेशिता और लैंगिक समानता को बहुत ज्यादा शामिल कर चुनाव कानून तैयार कर रहा है।