सुकमा जिले के ग्राम पंचायतों में हो रहा शत-प्रतिशत टीकाकरण
कोविड टीकाकरण के लिए स्वप्रेरणा से आगे आ रहे ग्रामीण 105 ग्राम पंचायत में 90 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण सुकमा, 30 अप्रैल (हि.स.)। सुकमा जिले में एक ओर जहाँ प्रशासन की कड़ाई के कारण कोविड संक्रमण की रफ्तार धीमी है, वहीं दूसरी तरफ जिले वासियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण अभियान तीव्र गति पर प्रगतिशील है। कलेक्टर विनीत नंदनवार के निर्देशन में प्रशासनिक पहल और जनप्रतिनिधियों की सलाह की बदौलत ग्रामीण क्षेत्रों में भी शत-प्रतिशत लोग टीकाकृत हो चुके हैं। जिले में 25 टीकाकरण केन्द्रों के साथ ही मोबाइल टीम के माध्यम से जिलेवासियों को कोरोना का सुरक्षा कवच प्रदान किया जा रहा है। आम जन स्वप्रेरणा से टीकाकरण केन्द्रों में आकर टीका लगवा रहें है। वहीं अंदरुनी क्षेत्रों के ग्रामीणों को कोविड टीका लगाने स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाइल टीम गठित की गई है। इसके सार्थक परिणाम दिख रहें हैं। जिले के 105 पंचायत ने टीकाकरण में मिसाल कायम किया है। इन पंचायतों के कुल 313 गांव ऐसे हैं, जहां 45 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों ने पहला टीका लगवा लिया है। इनमें सुकमा विकासखण्ड के 15 ग्राम पंचायत के 27 गांव, छिन्दगढ़ विकासखण्ड के 33 ग्राम पंचायत के 48 गांव और कोण्टा विकासखण्ड के 57 ग्राम पंचायत के 238 गांव सम्मिलित हैं, जहाँ 45 वर्ष से अधिक के आयु के 90 प्रतिशत व्यक्तियों को कोविड टीके का पहला डोज लगाया जा चुका है। टीकाकरण होने पर कोरोना संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है। कोरोना संक्रमित होने पर गंभीर स्थिति उत्पन्न नहीं होती है और जनसामान्य गृह एकांतवास में ठीक हो जाते हैं। लोंगों में इस बात की जागरुकता आ गई है और वे निर्भीक होकर उत्साहपूर्ण टीकाकरण करवा रहे हैं। पहले डोज लगवाने के पश्चात् दूसरे डोज की बारी आने पर टीका लगाने इंतजार पूरे उत्साह से कर रहे हैं। जिले के लोगों को कोविड से बचाव के उपायों, शासन के निर्देशों के पालन और टीकाकरण के प्रति प्रोत्साहित करने में प्रशासनिक अमले के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और शिक्षक अपनी योगदान दे रहे हैं। इसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सरपंच-पंच भी आगे बढ़ कर अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार /मोहन ठाकुर