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पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने 100वीं टेक्सटाइल एक्सप्रेस का संचालन किया, 5 महीने में हासिल की उपलब्धि

नई दिल्ली, 9 फरवरी (आईएएनएस)। पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने 100वीं टेक्सटाइल एक्सप्रेस का संचालन किया। रेलवे ने यह उपलब्धि केवल 5 महीने की अवधि में हासिल की है। रेलवे ने पहली टेक्सटाइल एक्सप्रेस 1 सितंबर, 2021 को शुरू की गई थी। पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल डिवीजन ने चलतहन (सूरत क्षेत्र) से संकरैल (खड़गपुर डिवीजन, एसईआर) तक 100वीं कपड़ा ट्रेन को लोड करने का एक मील का पत्थर हासिल किया है। केंद्रीय रेल और कपड़ा राज्य मंत्री दर्शन जरदोश ने 11 सितंबर, 2021 को पहली ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया था। उन्होंने सूरत के उधना न्यू गुड्स शेड से पटना के निकट दानापुर और मुजफ्फरपुर के रामदयालू नगर के लिए इस स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। कपड़ा बाजार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रेलवे ने इस टेक्सटाइल पार्सल स्पेशल ट्रेन की शुरूआत की थी। रेलवे ने दावा किया है कि पांच महीने के भीतर इस मील के पत्थर को हासिल करना रेलवे पर सूरत कपड़ा क्षेत्र के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। प्रमुख गंतव्य दक्षिण पूर्व रेलवे में शंकराइल, शालीमार और पूर्व मध्य रेलवे में दानापुर और नारायणपुर थे। टेक्सटाइल एक्सप्रेस के लिए चलथन से -67 और उधना से -33 कुल एनएमजी रेक लोड किए गए। टेक्सटाइल एक्सप्रेस से रेलवे को कुल 10.2 करोड़ रुपये राजस्व हासिल हुआ है। इसी तरह से मध्य रेलवे ने इससे पहले किसान ट्रेन की 1000वीं यात्रा का लक्ष्य हासिल किया था। किसान रेल यात्राओं ने 3.45 लाख टन परिवहन किया है और 132.67 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी के अनुसार किसान रेल एक ऐसी पहल है जो किसानों को अपनी कृषि उपज को दूर-दराज के बाजारों तक आर्थिक रूप से और तेजी से पहुंचाने की अनुमति देती है। --आईएएनएस पीटीके/एएनएम

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