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वंदे भारत के तीसरे प्रोटोटाइप को पहले रोल आउट करना होगा

चेन्नई, 1 फरवरी (आईएएनएस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगले तीन वर्षों में 400 वंदे भारत ट्रेनों की घोषणा एक लंबा लक्ष्य है क्योंकि तीसरे प्रोटोटाइप को अभी तक रोल आउट नहीं किया गया है। एक भारतीय रेलवे अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए, सीतारमण ने कहा कि तीन साल के समय में 400 नई ऊर्जा कुशल वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी। हालांकि, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि ट्रेन के तीसरे प्रोटोटाइप को पहले तैयार किया जाना है और अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा मंजूरी दी गई है। एक बार ऐसा करने के बाद, सुव्यवस्थित उत्पादन किया जा सकता है। वर्तमान में केवल दो ट्रेनें दिल्ली से वाराणसी और दिल्ली से कटरा सेवा में हैं। अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पादन बाधाओं और लॉजिस्टिक चुनौतियों के कारण तीसरे प्रोटोटाइप में देरी हो रही है। वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 एक सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है जिसे आईसीएफ द्वारा 100 करोड़ रुपये के परिव्यय से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। यह मेक इन इंडिया का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और विदेशी कंपनियों द्वारा चलाई जाने वाली समान ट्रेनों की तुलना में बहुत सस्ता है। अधिकारियों ने पहले आईएएनएस को बताया था कि ट्रेन में केवल 15 प्रतिशत आयात कंटेंट है जो उत्पादन की मात्रा बढ़ने पर और कम हो जाएगी। --आईएएनएस एसकेके/आरजेएस

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