
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। लोन मतलब कर्ज, एक ऐसा शब्द है जिससे पहले के जमाने में लोग बचना चाहते थे। पुराने जमाने में लोग कर्ज लेने को अपने सम्मान के खिलाफ समझते थे। यहां तक कि समाज में उन लोगों की इज्जत भी कम होती थी, जो लोन लेकर काम करते थे। आइए जानते हैं लोन मुख्य तौर पर कितने होते हैं।
होम लोन
हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना खुद का घर हो। आपको बता दें कि कुछ लोग खुद बनाते है और कुछ बैंक से लोन लेते हैं। एक व्यक्ति द्वारा घर खरीदने या बनाने के लिए होम लोन लिया जाता है।
होम लोन पर ब्याज दरें 7 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होकर 7.5 प्रतिशत प्रति वर्ष हो जाती हैं। आप समान मासिक किस्तों में (EMI) में लोन चुका सकते हैं। मूल्य अनुपात (एलटीवी) का लोन आम तौर पर 80 प्रतिशत है। इसका मतलब यह है कि उधारकर्ता संपत्ति के मूल्य का केवल 80 प्रतिशत तक ही निकाल सकता है।
गोल्ड लोन
लेनदार द्वारा रखे गए सोने की सुरक्षा के एवज में गोल्ड लोन जारी किया जाता है। सोना ऋणदाता के लिए संपार्श्विक के रूप में कार्य करता है ताकि उधारकर्ता ऋणदाता को सोना गिरवी रख सके और ऋणदाता से धन प्राप्त कर सके। गोल्ड लोन पर ब्याज दर 7.50 फीसदी सालाना से शुरू होती है। गोल्ड लोन का एलटीवी 90 प्रतिशत तक हो सकता है।
कार लोन
ये लोन कार खरीदने के लिए लिया जाता है। वाहनों में पैसेंजर और कमर्शियल वाहन दोनों के साथ-साथ दोपहिया, चार पहिया और भारी वाहन शामिल हो सकते हैं।
कार लोन पर ब्याज दर 7 से 7.5% प्रति वर्ष से शुरू हो सकती है। एलटीवी वाहन के प्रकार पर निर्भर करता है। कुछ कार ऋणों के साथ, बैंक कार के मूल्य का 100% तक ऋण भी दे सकता है।
संपत्ति द्वारा सुरक्षित लोन
यह एक प्रकार का मॉर्गेज है, जिसके तहत कर्जदार अपनी संपत्ति को कर्जदाता के पास गिरवी रखकर लोन ले सकता है। एक रियल एस्टेट लोन का उपयोग आवासीय और वाणिज्यिक रियल एस्टेट दोनों के लिए किया जा सकता है।
इस लोन के लिए LTV 65% से 70% तक हो सकता है। यहां ब्याज दर 8 फीसदी सालाना से शुरू होती है।
FD पर लोन
बैंक और वित्तीय संस्थान एफडी द्वारा सुरक्षित उधारकर्ताओं को ऋण प्रदान करते हैं। उधारकर्ता FD के बदले FD की लागत का 60% से 75% तक लोन ले सकते हैं। राशि और अवधि के आधार पर एफडी दरें 5 से 7.5 प्रतिशत प्रति वर्ष तक होती हैं।
बीमा लोन
बीमा लोन भी भारत में सबसे लोकप्रिय सुरक्षित ऋणों में से एक है। बहुत से लोगों के पास जीवन बीमा होता है, लेकिन शायद ही उनको पता हो कि पॉलिसी आपकी जीवन की सुरक्षा के रूप में कार्य कर सकती हैं।
पर्सनल लोन
यह भारत में सबसे अधिक मांग वाले बैंक ऋणों में से एक है। व्यक्तिगत ऋण बैंकों या वित्तीय संस्थानों द्वारा बिना किसी सिक्योरिटी के प्रदान किए गए ऋण हैं।
उधारकर्ता उधार ली गई राशि का उपयोग किसी भी उद्देश्य के लिए कर सकता है, चाहे वह चिकित्सीय आपात स्थिति हो, विवाह हो, बच्चों की परवरिश हो, संपत्ति खरीदना हो या यात्रा करनी हो।
एक व्यक्तिगत ऋण की राशि जो एक उधारकर्ता उपयोग कर सकता है, वह उधारकर्ता की आय और उनके CIBIL स्कोर पर निर्भर करता है। इसके अलावा, व्यक्तिगत ऋण पर ब्याज दरें प्रति वर्ष 8 प्रतिशत से लेकर 10 प्रतिशत प्रति वर्ष तक हो सकती हैं।
लघु उघोग लोन
व्यवसाय में किसी भी समय अनिश्चितता उत्पन्न हो सकती है। जब कोई कंपनी वित्तीय संकट का सामना करती है, तो वह अल्पकालिक व्यावसायिक ऋण ले सकती है।
शिक्षा लोन
अगर कोई व्यक्ति गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करना चाहता है तो उसे काफी रुपये खर्च करने पड़ते हैं। छात्र ऋण ऐसे मामलों में वित्तीय सहायता प्रदान करता है। छात्र ऋण की ब्याज दरें 8.85 प्रतिशत प्रति वर्ष से शुरू होती है।
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