Investment Plan: एसआईपी या आरडी क्या बेहतर? जानें दोनों में अंतर और फिर करें निवेश

SIP vs RD: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश की ऐसी रणनीति है, जिसमें एक छोटी निश्चित राशि का नियमित निवेश किया जाता है। अमूमन एसआईपी (SIP) को रुपए की औसत लागत के बारे में जाना जाता है।
SIP vs RD
SIP vs RDरफ्तार।

नई दिल्ली, रफ्तार। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) निवेश की ऐसी रणनीति है, जिसमें एक छोटी निश्चित राशि का नियमित निवेश किया जाता है। अमूमन एसआईपी (SIP) को रुपए की औसत लागत के बारे में जाना जाता है। एसआईपी (SIP) सरल, सुविधाजनक और लचीला है। आप 500 या 1000 रुपये से भी एसआईपी (SIP) शुरू कर सकते हैं। एसआईपी (SIP) जोखिम को कम करता है। एक एसआईपी लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेशित रहकर और कम औसत मूल्य पाने के लिए निवेश को समय-सीमा में फैलाकर जोखिम को कम करता है।

RD देता है बचत पर निश्चित दर पर रिटर्न

रेकरिंग डिपोजिट (RD) निवेशकों में बहुत चर्चित है। आरडी (RD) परंपरागत निवेशकों के लिए लोकप्रिय निवेश विकल्प है। यह लगभग शून्य जोखिम के साथ बचत के ऊपर निश्चित दर पर रिटर्न देता है। जैसे आप एसआईपी (SIP) में नियमित रूप से निवेश करते हैं, वैसे ही (RD) में भी नियमित जमा कर सकते हैं। ब्याज पा सकते हैं। अपनी सुविधानुसार आरडी (RD) का कार्यकाल 6 महीने से 10 साल चुन सकते हैं। आप इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर अपने बैंक को निर्देश देकर ऑनलाइन आरडी (RD) खोल सकते हैं। इसे बैंक शाखा या डाकघर में जाकर ऑफलाइन भी खुलवाया जा सकता है।

दोनों के बीच अंतर समझें

1. रेकरिंग डिपोजिट (RD) पर सामान्य रिटर्न 7% से 8% की सीमा में है। इक्विटी फंड पर एसआईपी (SIP) इक्विटी ओरिएंटेड स्कीम में लंबी समय सीमा में औसतन 12% से अधिक रिटर्न मिल सकता है।

2. आरडी (RD) में विकल्प अपेक्षाकृत सीमित है। आप निश्चित या लचीले रिटर्न चुन सकते हैं, लेकिन म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) के मामले में अंतर्निहित योजना और बाजार परिदृश्य के आधार पर रिटर्न बढ़ सकता है।

3. आरडी (RD) स्पष्ट रूप से म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) से बेहतर है। आरडी (RD)में जोखिम कम पैदावार और टैक्स जोखिम हो सकता है। एसबीआई सिक्योरिटीज के अनुसार बैंक आरडी (RD) में डिफॉल्ट का जोखिम बहुत कम होता है। हालांकि, म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) के मामले में ब्याज दर जोखिम, डिफ़ॉल्ट जोखिम, अस्थिरता जोखिम, व्यावसायिक जोखिम, बाजार जोखिम आदि जैसे जोखिम हो सकते हैं।

4. आरडी (RD) की निश्चित अवधि होती है, जो नीचे की ओर 6 महीने से ऊपरी ओर 10 साल तक होता है। म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) मामले में ईएलएसएस के अतिरिक्त लॉक-इन अवधि नहीं है। इसमें 3 साल का लॉक-इन होता है। अमूमन बाहर निकलने से बचने के लिए 1 साल का एक्जिट लोड होता है। मगर, आदर्श रूप से इक्विटी फंड एसआईपी (SIP) में 7-8 साल से अधिक का कार्यकाल बेहतर परिणाम दे सकता है।

5. लिक्विडिटी की बात करें तो आरडी (RD) को समय से पहले निकाला जा सकता है, लेकिन इसमें जुर्माना लगता है। मतलब रिटर्न कम हो जाता है। वहीं, एसआईपी (SIP) बंद करने पर शुल्क नहीं लगता है। आप निश्चित समय से पहले निकासी करते हैं तो एग्जिट लोड (निकास भार) लागू होगा।

आगे कौन है?

ऐसे क्षेत्र जहां म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP), आरडी (RD) से अधिक स्कोर करते हैं, वे अधिक लचीले होते हैं। अधिक अवधि के लक्ष्य लिए अधिक उत्तरदायी होते हैं। हाई रिटर्न की ज्यादा संभावना रहती है। इक्विटी फंड एसआईपी (SIP) में आरडी (RD) की तुलना में पैसा अधिक मेहनत से बनता है। जब आपके लंबे समय के टारगेट और पैसा बनाने की बात आती है तो म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP) स्पष्ट रूप से एसआईपी बनाम आरडी की बहस में स्कोर करते हैं।

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