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आत्मनिर्भर कार्यक्रम को मुख्य योग्यता के क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए किया गया डिजाइन : आर्थिक सर्वेक्षण

नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)। संसद में सोमवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि केंद्र के प्रमुख आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत पहल मुख्य योग्यता के क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए तैयार की गई थी। इसके अलावा, संरचनात्मक और प्रक्रियात्मक सुधार, रिकॉर्ड टीकाकरण, विभिन्न पीएलआई योजनाएं ऐसे क्षेत्रों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी में निवेश आकर्षित करने के कुछ अन्य तरीके और साधन थे। केंद्र ने 10 से अधिक प्रमुख क्षेत्रों के लिए उत्पादन से जुड़े कई प्रोत्साहनों की घोषणा की थी। पीएलआई योजनाओं की शुरूआत का उद्देश्य उन उद्योगों के विस्तार को प्रोत्साहित करना था जो प्रकृति में रणनीतिक हैं या प्रौद्योगिकी गहन हैं। इसके पीछे का उद्देश्य वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकरण करने की क्षमता पैदा करना है। सर्वेक्षण में कहा गया है, घरेलू विनिर्माण क्षमता को बढ़ावा देने के लिए मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम, कॉर्पोरेट टैक्स रेट में कमी, आदि और परिचालन दक्षता में सुधार के कदमों ने औद्योगिक क्षेत्र को अपनी प्रगति बनाए रखने में मदद की है। इसके अलावा, औद्योगिक क्षेत्र में तेजी से सुधार होना शुरू हो गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय को जिम्मेदार ठहराते हुए सर्वेक्षण में कहा गया है कि वित्त वर्ष 22 में इस क्षेत्र के 11.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है। सर्वेक्षण में आगे कहा गया, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का प्रदर्शन नवंबर 2021 में 1.4 प्रतिशत से थोड़ा कम है, जबकि पिछले वर्ष इसी महीने में -15.3 की तुलना में अप्रैल-नवंबर 2021 में 17.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ देखा जाना चाहिए। आईआईपी के अधिकांश कोम्पोनेंटस प्री-लॉकडाउन स्तर पर ठीक हो गए हैं। औद्योगिक क्षेत्र के परिवर्तन के लिए, केंद्र ने आपूर्ति पक्ष उपायों पर विशेष जोर देने के साथ एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया है जो सुधार अपर्याप्त बुनियादी ढांचे, मंद व्यापार प्रक्रियाओं और श्रम बाजार सुधारों की लंबे समय से ज्ञात बाधाओं को दूर करते हैं। इसके अलावा, विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए लेनदेन लागत को कम करने के साथ-साथ उद्योगों में पूंजी, प्रौद्योगिकी और अंतर्राष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं के प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं। अंत में, औद्योगिक क्षेत्र की लेटेस्ट वसूली, व्यापक सुधारों से प्रेरित सकारात्मक व्यावसायिक उम्मीदों और उपभोक्ता मांग में सुधार ने सुझाव दिया कि प्रदर्शन में और सुधार की उम्मीद की जा सकती है। --आईएएनएस एसकेके/आरजेएस

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