Byjus Crisis: बायजूज के संस्थापक रवींद्रन को ही कंपनी से निकालने की तैयारी, आज EGM की बैठक में होगी वोटिंग

Byju Raveendran: एडटेक कंपनी बायजूज के संस्थापक एवं सीईओ बायजू रवींद्रन को आज कंपनी से निकाला जा सकता है। इसको लेकर आज बोर्ड मेंबर और प्रमुख निवेशकों के एक ग्रुप ने आपातकालीन आम बैठक बुलाई है।
बायजूज के संस्थापक बायजू रवींद्रन।
बायजूज के संस्थापक बायजू रवींद्रन।रफ्तार।

नई दिल्ली, रफ्तार। एडटेक कंपनी बायजूज के संस्थापक एवं सीईओ बायजू रवींद्रन को आज कंपनी से निकाला जा सकता है। इसको लेकर आज कंपनी के बोर्ड मेंबर और प्रमुख निवेशकों के एक ग्रुप ने आपातकालीन आम बैठक (EGM) बुलाई है। इस ग्रुप ने रवीन्द्रन और उनकी पत्नी, सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ के साथ उनके भाई रिजुरवींद्रन को भी कंपनी से बाहर करने का प्रस्ताव दिया है। इस पर आज वोटिंग होगी।

कोर्ट से राहत

कर्नाटक हाईकोर्ट से रवींद्रन को बड़ी राहत मिली है। बुधवार को कोर्ट ने आदेश दिया है कि ईजीएम में लिया गया कोई भी निर्णय अगली सुनवाई तक मान्य नहीं होगा। यह आदेश बायजू की याचिका पर दिया गया था। याचिका में कोर्ट से ईजीएम की बैठक पर रोक लगाने की मांग की गई थी। वैसे, कोर्ट ने ईजीएम पर रोक नहीं लगाई है। कोर्ट मामले की अगली सुनवाई 13 मार्च को करेगी।

कंपनी में रवीन्द्रन परिवार की कितनी हिस्सेदारी

जिन शेयर होल्डरों ने ईजीएम की बैठक बुलाई है, उनके पास सामूहिक रूप से बायजूज में 32 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है। वहीं, रवींद्रन एवं पारिवारिक सदस्यों के पास कंपनी में 26.3 फीसदी शेयर है। निवेशकों ने रवींद्रन एवं उनके परिवार के सदस्यों पर कुप्रबंधन और विफलता का आरोप लगाया है।

अभी दुबई में हैं रवींद्रन

पिछले तीन साल से बायजू रवींद्रन ने दिल्ली और दुबई को अपना ठिकाना बना रखा है। वह इस हफ्ते की शुरुआत में बेंगलुरु में थे। फिर दिल्ली भी थे। बताया जा रहा कि मौजूदा समय में वह दुबई में हैं। लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद रवींद्रन के विदेश जाने पर पूरी तरह से रोक लगेगी।

यूके-यूएस तक फैला है बायजू एप

बायजूज की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न साल 2011 में रवींद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने शुरू किया था। साल 2015 में कंपनी ने मोबाइल एप बनाया था, जिसका नाम बायजूज रखा। अक्तूबर 2018 तक कंपनी देश की पहली एडटेक यूनिकॉर्न बनी। इस एप का विस्तार यूके-यूएस समेत अंग्रेजी बोलने वाले कई देशों तक हुआ। जुलाई 2022 तक एप को 150 मिलियन से अधिक डाउनलोड किया गया था। कोरोना काल में सबसे बड़ा उछाल दिखा था।

कंपनी के संस्थापकों की संपत्ति

फोर्ब्स की रिपोर्ट की मानें तो साल 2020 तक बायजू रवींद्रन, उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ और उनके भाई रिजुरवींद्रन की कुल संपत्ति 3.4 बिलियन डॉलर थी।

साल 2022 में घाटा दोगुना

बायजूज को वित्त वर्ष 2022 में 8245 करोड़ का घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2021 में घाटा 4,564 करोड़ रुपए था। यानी घाटा लगभग दोगुना हुआ।

फेमा में कंपनी फंसी

बायजू रवींद्रन को विदेशी मुद्रा उल्लंघन (फेमा) के आरोप से भी जूझ रहे हैं। ईडी ने नवंबर 2023 में फेमा के तहत 9362.35 करोड़ रुपए के उल्लंघन के लिए बायजू को नोटिस जारी किया था। एजेंसी ने अप्रैल 2023 में बायजूज के केंद्रों और रवींद्रन के आवास पर छापे मारे थे। तब कंपनी के निवेश और विदेशी गतिविधियों से जुड़े कागजात बरामद किए थे।

कंपनी से निवेशकों ने हाथ खींचे

कंपनी के घाटों में बढ़ोतरी और कुछ अंसतोषजनक फैसलों की वजह से प्रमुख निवेशक पीछे हट चुके हैं। इनमें यूएस ग्रोथ इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक और चेन जुकरबर्ग भी हैं। ऑडिटर डेलायट ने इस्तीफा दे दिया था। फिलहाल कंपनी अमेरिका में 1.2 अरब डॉलर कर्ज के मामले में केस लड़ रही।

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