जानकारों का मानना है कि अमेरिकी और यूरोपीय बाजार में बना बैंकिंग क्राइसिस का दौर के खत्म होने की उम्मीद की वजह से शेयर बाजार में पॉजिटिव सेंटीमेंट्स बने हैं।