
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। दिवाली पर कंपनियां अपने कर्मचारियों को बोनस देती हैं। बोनस के तौर पर अच्छी रकम मिलती है तो कुछ को बोनस उतना बढ़िया नहीं मिलता। फिर भी इससे त्योहार की खुशी में इजाफा जरूर होता है, लेकिन आप अपनी प्राथमिकताएं तय करें तो दिवाली बोनस की रकम को बेहतर भविष्य के लिए सही जगह खर्च या निवेश कर सकते हैं।
टैक्स बचाने को निवेश करें
आप इनकम टैक्स भरते हैं और कम निवेश की वजह से टैक्स पर मिलने वाली पूरी छूट का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे तो दिवाली बोनस का इस्तेमाल इसमें कर सकते हैं। इनकम टैक्स बचाने वाले निवेश में रियल रेट ऑफ रिटर्न अधिक रहता है, क्योंकि ऐसे निवेश पर ब्याज या मुनाफे के साथ टैक्स में बचत का फायदा भी मिलता है। इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) ऐसे इनवेस्टमेंट की बेहतरीन मिसाल हो सकती है।
मौजूदा निवेश में बढ़ोतरी करें
दिवाली बोनस का इस्तेमाल पहले से चले आ रहे निवेश को टॉप-अप करने यानी और बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर आपके सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) पर अच्छा रिटर्न मिल रहा है तो उसमें कुछ एक्स्ट्रा पैसे जमा कर सकते हैं। इससे आप फाइनेंशियल गोल को जल्दी पूरा करेंगे।
नए निवेश का सिलसिला शुरू करें
आप अब तक म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं कर रहे तो दिवाली बोनस का इस्तेमाल कर इसकी शुरुआत कर सकते हैं। रिटायरमेंट और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई जैसे लांग टर्म गोल के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश बेहतर होता है। आपको वेकेशन या कार खरीदने जैसे शॉर्ट टर्म गोल के लिए निवेश करना हो तो डेट म्यूचुअल फंड में भी निवेश करें।
कर्ज चुकाने को प्राथमिकता
दिवाली बोनस का इस्तेमाल मौजूदा कर्ज को चुकाने या कम करने में कर सकते हैं। आप पर एक से ज्यादा कर्ज है तो सबसे पहले उस लोन को चुकाएं, जिस पर सबसे ज्यादा ब्याज भरना पड़ रहा है। आमतौर पर क्रेडिट कार्ड के लोन सबसे महंगे होते हैं, इसलिए उसे चुकाने को पहली प्राथमिकता पर रखें। पर्सनल लोन की ब्याज दर भी अधिक होती है। लिहाजा, उसे चुकाने में भी दिवाली बोनस का उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद कार लोन को चुकाने के बारे में सोच सकते हैं। होम लोन सबसे सस्ते होते हैं, इसलिए उनका नंबर बाद में रखें। ऊंची ब्याज दरों वाले लोन चुकाने पर या उन्हें कम करने से आर्थिक बोझ घटेगा।
हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकते हैं
अब तक हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया है तो बोनस का इस्तेमाल कर सकते हैं। जरूरत के हिसाब से पर्याप्त हेल्थ कवरेज लेना पूरे परिवार की फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए बेहद जरूरी है।
इमरजेंसी फंड बना लें
इमरजेंसी फंड के तौर पर कम से कम इतनी रकम होनी चाहिए, जिससे 6 महीने का खर्च चल जाए। आप 8 महीने या एक साल के खर्च के बराबर इमरजेंसी फंड रख सकते हैं तो और अच्छा रहेगा। अब तक इमरजेंसी फंड का इंतजाम नहीं किया है या इस फंड की रकम कम है तो दिवाली बोनस की मदद से इसको दूर कर सकते हैं।
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