कबीर बिस्वास: एक वॉट्सऐप ग्रुप से खड़ी कर ली कंपनी, अंबानी ने भी किया निवेश, अब हुआ ये हाल

Kabir Biswas: उन्होंने अपने डंज़ो स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2014 में की थी।
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। कबीर बिस्वास ने भारत में स्टार्टअप के क्षेत्र में एक बड़ा नाम हासिल किया है। उनका स्टार्टअप भारत में काफी लोकप्रिय है, जिसका नाम डंज़ो है। उनका डंज़ो से किराने आदि का सामान भारत में काफी आर्डर किया जाता है। उन्होंने अपनी 6400 करोड़ रुपये की कंपनी तक की सफलता रचने से पहले एक व्हाट्सएप ग्रुप के रूप में अपना स्टार्टअप शुरू किया था।

मुकेश अंबानी को भी यह स्टार्टअप काफी भाया था

उन्होंने अपने डंज़ो स्टार्टअप की शुरुआत वर्ष 2014 में की थी। हालांकि वर्तमान में डंज़ो घाटे पर चल रहा है। व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शुरू किया गया कबीर बिस्वास का स्टार्टअप निवेशकों के बीच काफी चर्चा में रहा था। यहां तक कि देश के सबसे बड़े उधोगपति मुकेश अंबानी को भी 1600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने के लिए मना लिया गया था। मुकेश अंबानी को भी यह स्टार्टअप काफी भाया था। बताना चाहेंगे कि कबीर बिस्वास डंज़ो स्टार्टअप के अकेले संस्थापक नहीं हैं, बल्कि वह व्हाट्सएप ग्रुप से बिजनेस शुरू करने का विचार लाने वाले व्यक्ति थे। जिसको खूब पसंद किया गया। कबीर बिस्वास के आईडिया के बाद ही डंज़ो स्टार्टअप की शुरुआत की गई।

इसमें सफलता मिलने लगी तो उन्होंने डंज़ो ऐप बनवा लिया

डंज़ो ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट से भी पहले से किराने और अन्य जरुरी वस्तुओं की डिलीवरी करता था। जिसकी शुरआत एक व्हाट्सएप ग्रुप से हुई, जिसमे ग्राहक अपने आर्डर को पोस्ट किया करते थे। जैसे ही उन्हें इसमें सफलता मिलने लगी तो उन्होंने डंज़ो ऐप बनवा लिया और भारत के कई शहरों में अपनी कंपनी का विस्तार कर लिया। कबीर बिस्वास अपने इस स्टार्टअप को मुकेश अंबानी को समझाने में सफल रहे और मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल ने इसमें 1600 करोड़ का निवेश कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस निवेश के बाद डंज़ो का मूल्यांकन 6400 करोड़ से अधिक का हो गया।

डंज़ो कंपनी को वित्त वर्ष 2023 में 1800 करोड़ का घाटा हुआ है

कबीर बिस्वास के डंज़ो स्टार्टअप की शुरुआत काफी दिलचस्प है। वह एक कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हैं। वह अपने पहले स्टार्टअप हॉपर के परिवर्तन के लिए बेंगलुरु आए थे। जहां उन्होंने दलवीर सूरी, अंकुर अग्रवाल और मुकुंद झा के साथ मिलकर डंज़ो स्टार्टअप की शुरुआत कर दी। बताना चाहेंगे कि कबीर बिस्वास की पहली स्टार्टअप कंपनी हॉपर को हाइक ने ले लिया था। जिससे उन्हें अपने हुनर की पहचान हुई और आगे चलकर अपने डंज़ो स्टार्टअप को सफलता दिलाई। हालांकि अब डंज़ो स्टार्टअप को काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार डंज़ो कंपनी को वित्त वर्ष 2023 में 1800 करोड़ का घाटा हुआ है। कंपनी ने पिछले साल अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी देरी की थी।

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