Naresh Goyal Arrested: जेट एयरवेज के फाउंडर गिरफ्तार, 538 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी का मामला

Naresh Goyal: जेट एयरवेज इंडिया के फाउंडर नरेश गोयल को प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नरेश को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। फिर हिरासत में लिया गया।
जेट एयरवेज के फाउंड नरेश गोयल।
जेट एयरवेज के फाउंड नरेश गोयल।सोशल मीडिया।

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। जेट एयरवेज इंडिया के फाउंडर नरेश गोयल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नरेश गोयल को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। फिर हिरासत में ले लिया गया। इन पर 538 करोड़ रुपए के घोटाला का आरोप है। गोयल को आज स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया जाएगा। यहां सुनवाई के दौरान ED हिरासत की मांग करेगी। इससे पहले ED ने नरेश गोयल को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे। पिछले साल नवंबर में केनरा बैंक ने नरेश, उनकी पत्नी अनीता समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। शिकायत के बाद मई 2023 में CBI ने फ्रॉड केस दर्ज किया। फिर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।

848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट और लोन मिला था

केनरा बैंक से जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट और लोन मिले थे। इसमें से 538.62 करोड़ रुपए बकाया हैं। यह अकाउंट 29 जुलाई 2021 में फ्रॉड घोषित किया गया था। CBI ने 5 मई को गोयल के मुंबई स्थित ऑफिस समेत 7 ठिकानों की तलाशी ली थी। नरेश, अनीता गोयल और जेट एग्जीक्यूटिव गौरांग शेट्टी के घर पर भी छापे मारे गए थे। CBI की FIR के आधार पर ED ने 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया था, तब ED ने भी गोयल और उनके साथियों के ठिकानों पर तलाशी ली थी। केनरा बैंक ने आरोप लगाया है कि जेट एयरवेज की फॉरेंसिक ऑडिट में पाया गया कि जेट ने अपनी से जुड़ी कपंनियों यानी रिलेटेड कंपनियों को 1410.41 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं। ऐसा कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए किया गया।

गोयल परिवार के पर्सनल खर्चे

स्टाफ की सैलरी, फोन बिल और व्हीकल एक्सपेंस, सब जेट एयरवेज से होते थे। गोयल ने 1993 में एयरवेज की स्थापना की थी। 2019 में एयरलाइन का चेयरमैन पद छोड़ा था। जेट एयरवेज एक समय देश की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस में से एक थी। एयरलाइन को साउथ एशियन नेशन की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन का दर्जा मिला था, लेकिन कर्ज में दबे होने के कारण जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड हो गई थी।

जून 2021 में जालान कालरॉक ने कंपनी को कब्जे ले लिया

जून 2021 में एयरवेज को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान​​​-​कालरॉक (Jalan-Kalrock) कंसोर्टियम ने बोली जीतने के बाद कब्जे में लिया था। तब से एयरलाइन के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है। ये कंसोर्टियम मुरारी लाल जालान और कालरॉक कैपिटल की संयुक्त कंपनी है। जालान दुबई बेस्ड इंडियन ओरिजिन बिजनेसमैन हैं। वहीं, कालरॉक कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड फाइनेंशियल एडवाइजरी और अल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली लंदन बेस्ड ग्लोबल फर्म है। इसके फाउंडर फ्लोरियन फ्रेच हैं।

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