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लिस्टेड कंपनियों को नतीजा जारी करने के लिए 30 जून तक की मोहलत

नई दिल्ली, 30 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना संक्रमण ने पूरे देश पर असर डाला है। इसकी वजह से कई कंपनियों के कारोबार पर काफी बुरा असर पड़ा है। यही कारण है की बाजार के नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सभी सूचीबद्ध कंपनियों को अपने आर्थिक नतीजे जारी करने के लिए तुलनात्मक तौर पर अधिक समय देने का ऐलान किया है। इस ऐलान के तहत कंपनियों को अपनी चौथी तिमाही के परिणाम की जानकारी देने के लिए तय समय सीमा में 45 दिन की छूट दी गई है। इसी तरह कंपनियों के वार्षिक परिणामों की घोषणा करने के लिए उन्हें तय समय से 1 महीने अधिक का समय दिया गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के कारण कई राज्यों में लॉकडाउन या वीकेंड लॉकडाउन जैसी सख्त पाबंदी लागू की गई है। इसके कारण भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के कामकाज पर भी असर पड़ा है। पाबंदियों की वजह से कई कंपनियों की आखिरी तिमाही और सालाना रिपोर्ट तैयार करने का काम भी प्रभावित हुआ है। कई कंपनियां इन पाबंदियों की वजह से अपने आर्थिक परिणाम को अंतिम रूप भी नहीं दे सकी हें। यही कारण है कि शेयर बाजार में लिस्टेड कई कंपनियों ने सेबी को पत्र लिखकर अपनी आर्थिक गतिविधियों से संबंधित विभिन्न सूचनाओं की जानकारी देने और अन्य कंप्लायंस ऑब्लिगेशंस (अनुपालन बाध्यताओं) को पूरा करने के लिए समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया था। इस संबंध में सेबी की ओर से जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि तिमाही वित्तीय परिणामों के संदर्भ में कंपनियों को मार्च तिमाही के परिणाम की जानकारी देने के लिए अतिरिक्त समय के रूप में 45 दिन का समय दिया गया है। यानी अब ये कंपनियां 30 जून 2021 तक मार्च तिमाही के परिणाम की जानकारी दे सकेंगी। आपको बता दें कि नियमों के तहत कंपनियों को हर तिमाही के समाप्त होने के बाद 45 दिन के अंदर अपने वित्तीय परिणामों की जानकारी देनी होती है। इसके तहत मार्च में खत्म हुई तिमाही के वित्तीय परिणामों की जानकारी देने की आखिरी तारीख 15 मई है। लेकिन अब मार्केट कंट्रोलर सेबी ने कोरोना संकट के कारण कंपनियों को राहत देते हुए वित्तीय परिणामों की जानकारी देने की समय सीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है। इसी तरह लिस्टेड कंपनियों को अपने सालाना वित्तीय परिणामों की जानकारी वित्त वर्ष समाप्त होने के 60 दिन के अंदर करनी होती है। इस नियम के मुताबिक 30 मई तक सभी कंपनियों के सामने अपने सालाना वित्तीय परिणामों की घोषणा करने की बाध्यता थी। लेकिन सेबी ने अपने सर्कुलर के जरिए इस समय सीमा को भी 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। इसके अलावा कंपनी कानून के तहत संबंधित रिकॉर्ड से जुड़ी जानकारी देने की समय सीमा भी 30 जून तक बढ़ा दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/योगिता

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