कोयले की कमी: तमिलनाडु में दो थर्मल प्लांट बंद

coal-shortage-two-thermal-plants-closed-in-tamil-nadu
coal-shortage-two-thermal-plants-closed-in-tamil-nadu

चेन्नई, 13 मार्च (आईएएनएस)। तमिलनाडु में मेट्टूर और थूथुकुडी (सभी 210 मेगावाट क्षमता) में दो थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी के कारण अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं। तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन (टैंगेडको) के अधिकारी ने कहा कि यह ओडिशा से कोयले के परिवहन के कारण है, जो तमिलनाडु बिजली उत्पादन कंपनी के लिए एकमात्र स्रोत है। टैंगेडको के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर पर्याप्त कोयला है, लेकिन वर्तमान में थोक वाहक को किराए पर लेना मुश्किल हो गया है। बंदरगाह पर जहाजों की लंबी कतार है और इसलिए हम कोयले को लोड करने में सक्षम नहीं हैं । तमिलनाडु में पांच कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्र हैं और पांच संयंत्रों को मिलाकर बिजली उत्पादन के लिए 60,000 टन कोयले की आवश्यकता होती है, लेकिन केवल आधी मात्रा या 30,000 टन कोयला ही प्राप्त होता है। टैंजेडको के पास कोयले की भारी कमी है और घटते स्टॉक से सभी बिजली संयंत्रों को बंद कर दिया जाएगा जिससे बिजली की आपूर्ति कम हो जाएगी। टैंजेडको के अधिकारियों ने कहा कि इससे राज्य के बाहर निजी संस्थाओं से बिजली की खरीद होगी और बिजली उपयोगिता के लिए एक बड़ा बोझ बन जाएगा। एक अन्य कारक जो टैंजेडको को कोयले की आपूर्ति को प्रभावित कर रहा है, वह है कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की खदानों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति में गिरावट, भले ही टैंगेडको का सीआईएल के साथ कोयला खरीद समझौता है। दरअसल, पांच ताप विद्युत संयंत्रों में एक साथ 4200 मेगावाट बिजली की क्षमता है और कोयले की कमी से इन संयंत्रों को बंद कर दिया जाएगा और इस बिजली को स्पॉट खरीद के माध्यम से प्रतिस्थापित करने से बिजली उपयोगिता को बड़ा वित्तीय नुकसान होगा। --आईएएनएस एसएस/आरजेएस

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in