नई दिल्ली, रफ्तार। ऑनलाइन एजुकेशन देने वाली कंपनी बायजूस की समस्याएं लगातार बढ़ रही है। कंपनी में नकदी का संकट बना हुआ है। अब बायजूस ने हेड क्वार्टर ऑफिस बेंगलुरु छोड़कर देशभर से अपने सभी रीजनल ऑफिस बंद कर दिए। हेडक्वार्टर में 1000 लोग काम करते हैं। इसके साथ अपने सभी 14 हजार एम्प्लॉइज को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ महीनों से वर्क फ्रॉम होम देने की प्रक्रिया चल रही थी। कंपनी यह निर्णय ली, ताकि कॉस्ट कंटिंग के जरिए कर्मचारियों की सैलरी दे सके। बता दें, कंपनी के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कर्मचारियों को वेतन का कुछ हिस्सा ही दे सके हैं।
बायजूस के लगभग 300 ट्यूशन सेंटर हैं। इनमें कक्षा 6 से 10वीं तक के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। यह सेंटर शुरू रहेंगे।
बायजूस को नकदी की समस्या है। वर्तमान में एक 1.2 बिलियन डॉलर के लोन पर लेनदारों से विवाद है। इसके वैल्यूएशन में करीब 90 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके साथ ही कंपनी को साल 2022 में 8245 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। वित्त वर्ष 2021 में 4564 करोड़ रुपए घाटा दर्ज हुआ था।
बायजूस के निवेशकों ने 23 फरवरी 2024 को एक्स्ट्रा ऑर्डनरी जनरल मीटिंग कर कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ बायजू रवींद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ, रिदु रवींद्रन को बोर्ड से बाहर कर दिया। हालांकि 24 फरवरी को बायजू रवींद्रन ने एक पत्र में कहा था कि वह कंपनी के सीईओ बने रहेंगे।
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