मुंबई/नई दिल्ली, 10 अगस्त-रफ़्तार डेस्क / हि.स.। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने आर्थिक नीतिगति में तीसरी बार क्रमशः बदलाव नहीं किया है और रेपो रेट को 6.50% पर बरकरार रखा है। आरबीआई के गवर्नर, शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक के बाद इसकी घोषणा की है।
आरबीआई गवर्नर ने गुरुवार को प्रेस सम्मेलन में बताया कि 8 से 10 अगस्त के दौरान चली एमपीसी बैठक में सभी छह सदस्यों ने आर्थिक दरों में कोई बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया है। वे इसके साथ ही बताते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत दिशा में बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी दर 6.50% तक बनी रह सकती है। वे आगामी वित्त वर्ष 2024-25 में रियल जीडीपी दर को 6.60% तक बढ़ने की संभावना बताते हैं।
शक्तिकांत दास का कहना है कि हमारी आर्थिक स्थिति तेजी से सुधर रही है और भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है, जो वैश्विक विकास में लगभग 15% का योगदान दे रही है। उन्होंने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर को बढ़ाकर 5.4% तक उचित किया गया है, जो पिछले साल 5.1% पर रही थी।
शक्तिकांत दास ने एमपीसी के महंगाई दर पर भी नजर रखने की बात की है और उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने महंगाई को काबू करने की दिशा में बड़ी प्रगति की है। आरबीआई ने पिछले साल मई से लेकर फरवरी तक छह बार में 2.50% तक का इजाफा किया था, लेकिन अप्रैल और जून के बाद लगातार तीसरी बार रेपो रेट को यथावत 6.50% पर स्थिर रखा गया है।
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