Business News : फिर से होगी प्याज की नीलामी, दाम सस्ते होने के आसार

Business News : नासिक के प्याज कारोबारियों के प्रतिनिधि ने बुधवार को ये जानकारी दी !
onion
onionHS

नासिक, 23 अगस्त हिन्दुस्थान समाचार - देश में प्याज उत्पादन के लिए मशहूर महाराष्ट्र के नासिक जिले में सभी कृषि उपज विपणन समितियों (एपीएमसी) में तीन दिन बाद गुरुवार से प्याज की नीलामी फिर शुरू होगी. प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाए जाने का विरोध कर रहे व्यापारियों ने अपना विरोध-प्रदर्शन वापस लेने का फैसला किया है.

नासिक के प्याज कारोबारियों के प्रतिनिधि ने बुधवार को दी जानकारी में बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार के साथ किसानों, कारोबारियों और निर्यातकों के प्रतिनिधियों की हुई बैठक में प्याज की नीलामी दोबारा शुरू करने का फैसला किया गया.

डॉ. भारती पवार ने कारोबारियों को आश्वस्त किया कि वह प्याज निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने का सरकार से अनुरोध करेंगी. दरअसल नासिक में सक्रिय अधिकांश एपीएमसी में प्याज की नीलामी कारोबारियों के विरोध-प्रदर्शन की वजह से पिछले तीन दिन से बंद थी. इनमें लासालगांव स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी भी शामिल है.

केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाने का फैसला कुछ दिन पहले ही किया था. हालांकि, सरकार 21 अगस्त से किसानों से 2410 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर प्याज खरीद रही है. वहीं, उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर प्याज बेच रही है.

प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर नासिक में पिछले तीन दिनों से व्यापारियों का विरोध-प्रदर्शन चल रहा था. कारोबारियों ने प्याज निर्यात पर लगाए गए 40 फीसदी शुल्क को वापस लेने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि इस शुल्क से प्याज के दाम और भी बढ़ जाएंगे और लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ेगा.

डॉ. भारती पवार ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि वह प्याज निर्यात पर लगाए गए शुल्क को वापस लेने के लिए सरकार से बात करेंगी. उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है.

प्याज की नीलामी दोबारा शुरू होने से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. प्याज के दाम कम होने से लोगों का बजट भी कम खर्च होगा.

अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in