नई दिल्ली , 12 अगस्त , रफ़्तार डेस्क / हि स : केंद्र सरकार ने हाल ही में प्याज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार ने अपने बफर स्टॉक से 3 लाख मीट्रिक टन प्याज को खुले बाजार में उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। उन राज्यों में, जहां प्याज की खुदरा कीमतें औसत से अधिक हैं, वहां बफर स्टॉक से प्याज जारी किए जाएंगे।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार, इस साल केंद्र सरकार ने 3 लाख मीट्रिक टन के बफर स्टॉक से प्याज खुले बाजार में उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने बताया कि खाद्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने भारतीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नैफेड) और राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) के प्रबंध निदेशकों के साथ बैठक की और इस निर्णय को अंतिम रूप दिया।
खाद्य मंत्रालय ने बताया कि यह निर्णय वे राज्यों के लिए लिया गया है जिनमें प्याज की खुदरा कीमतें अधिक हैं और वहां बफर स्टॉक से प्याज जारी किए जाएंगे। यह निर्णय प्याज की कीमतों में अचानक से हुई बढ़ोतरी को रोकने और मूल्य स्थिरीकरण के उद्देश्य से लिया गया है।
इसके अलावा, ई-नीलामी के माध्यम और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर भी खुदरा बिक्री की जा रही है। यह कदम उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर प्याज उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा।
अभी हाल में खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 25-30 रुपये प्रति किलोग्राम है। केंद्र सरकार ने प्याज की कीमतों को स्थिर करने के लिए इस बफर स्टॉक की योजना को बनाया है, जिससे कि उपभोक्ताओं को सस्ते में प्याज मिल सके। इस बफर स्टॉक का निर्माण खरीफ के मौसम में प्रमुख खपत केंद्रों में उत्पन्न हुआ है। इससे प्याज की आपूर्ति की सुरक्षा भी होती है। वर्ष 2023-24 में, प्याज का बफर स्टॉक तीन गुना बढ़कर 3.00 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है।
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