
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बिजनेस घराने से जुड़ी खबर है। कई दिनों से लगाई जा रही कयास पर मुहर लग गई है। दिग्गज ग्रुप वेदांत छह कंपनियों में बंटेगी। इसकी आधिकारिक घोषणा खुद कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने की है। वेदांता ने शुक्रवार यानी 27 सितंबर को एक्सचेंज फाइलिंग में भी इसकी जानकारी दी है।
शेयर के दाम बढ़े
वेदांता ग्रुप ने बंटवारे के लिए सिंपल वर्टिकल स्पिलिट का फॉर्मूला अपनाया है। व्यवसायों को सेक्टर वाइज (एल्यूमीनियम, तेल और गैस, बिजली और इस्पात और अन्य धातु समेत) 6 कंपनियों में बांटा है। वेदांता ने अरुण मिश्रा को मुख्य कंपनी वेदांता का CEO बनाया है। इनके अतिरिक्त 5 कंपनियों के CEO के नामों की घोषणा हुई है। बाजार को भी भनक थी, इसलिए बाजार बंद होने तक वेदांता के शेयर 6.86% (14.30 रुपए) बढ़कर 222.65 रुपए पर बंद हुआ। वेदांता के पास हिंदुस्तान जिंक की 65% हिस्सेदारी कायम रहेगी। कंपनी स्टेनलेस स्टील और सेमीकंडक्टर/डिस्प्ले बिजनेस में भी निवेश करती रहेगी। डीमर्जर की यह प्रक्रिया 12-15 महीने में पूरी की जाएगी।
इनमें बंटेगी वेदांता
1. वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd)
2. वेदांता ऑयल एंड गैस (Vedanta Oil and Gas)
3. वेदांता स्टील एंड फेरस (Vedanta Steel & Ferrous)
4. वेदांता बेस मेटल्स (Vedanta Base Metals)
5. वेदांता पावर (Vedanta Base Metals)
6. वेदांता एल्यूमीनियम (Vedanta Aluminium)
7. कंपनियों के CEOs के नामों की घोषणा
एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक
नवीन जाजू-CEO, वेदांता स्टील एंड फेरस
क्रिस ग्रिफ़िथ-CEO, वेदांता बेस मेटल्स
विभव अग्रवाल-CEO, को वेदांता पावर
जॉन स्लेवेन-CEO, को वेदांता एल्युमीनियम
स्टीव मूर-डिप्टी CEO, वेदांता ऑयल एंड गैस
शेयरहोल्डर्स को फायदा कितना
कंपनी की मानें तो वेदांता के शेयरहोल्डर्स को नई कंपनियों में भी हिस्सेदारी दी जाएगी। आपके पास वेदांता के 20 शेयर हैं तो अन्य पांच नई कंपनियों में भी आपको 20-20 शेयर मिलेंगे। शेयरहोल्डर्स को दिए संदेश में चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने फायदे को लेकर संकेत दिए थे। कहा था-अलग-अलग कारोबार की लिस्टिंग का मतलब है कि आपके पास वेदांता का एक शेयर है तो आपको आगे कई कंपनियों के शेयर मिल सकेंगे।
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