ऑस्ट्रेलियाई अदालत ने कैंब्रिज एनालिटिका डेटा मामले में मेटा की अपील खारिज की
सिडनी, 7 फरवरी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया की फेडरल कोर्ट ने सोमवार को देश के गोपनीयता नियामक से कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा मुकदमे को खारिज करने के प्रयास में मेटा की अपील खारिज कर दी। अस्वीकृति का मतलब है कि ऑफिस ऑफ ऑस्ट्रेलियन इंफॉर्मेशन कमिश्नर (ओएआईसी) का फेसबुक के खिलाफ मुकदमा। अब मेटा, को अंतत: अदालत में सुना जा सकता है। मेटा ने दावा किया था कि वह ऑस्ट्रेलिया में न तो व्यापार करती है और न ही व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करती है। पूर्ण पीठ ने मेटा के इस तर्क को खारिज कर दिया कि फेसबुक प्लेटफॉर्म केवल एक विदेशी वेबसाइट के रूप में काम करता है जो वास्तविकता से तलाक के रूप में ऐसा करने का अनुरोध करने पर ऑस्ट्रेलियाई डिवाइस को डेटा प्रदान करता है। जस्टिस नी पेराम ने अपने फैसले में लिखा, इस सबमिशन के साथ समस्या यह है कि यह बहुत अधिक साबित होता है और दूसरी बात यह है कि यह सम्मान के साथ, वास्तविकता से तलाकशुदा है। जेडटीनेट की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत ने पाया कि ऑस्ट्रेलियाई यूजर्स के भौतिक उपकरणों पर मेटा की कुकीज की स्थापना व्यवसाय करने और ऑस्ट्रेलिया में व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करने की सीमा को पूरा करने के लिए पर्याप्त थी। यह मामला क्या तय करता है, केवल एक निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि एक फर्म जो ऑस्ट्रेलिया में कुकीज स्थापित करती है और हटाती है (और जो ऑस्ट्रेलियाई डेवलपर्स के लिए एक क्रेडेंशियल सिस्टम का प्रबंधन भी करती है जिसका व्यापक रूप से ऑस्ट्रेलिया में उपयोग किया जाता है) डेटा प्रोसेसिंग के अपने विश्वव्यापी व्यवसाय को चला रहा है। प्राइवेसी वॉचडॉग अब मेटा पर उन 300,000 से अधिक ऑस्ट्रेलियाई लोगों की गोपनीयता भंग करने का आरोप लगाएगा, जिनका डेटा कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल में पकड़ा गया था। ऑस्ट्रेलियाई सूचना आयुक्त और गोपनीयता आयुक्त एंजेलिन फाल्क ने कहा कि उनका कार्यालय मामले को आगे बढ़ाना जारी रखेगा। फेसबुक 2019 में कम से कम 87 मिलियन यृूजर्स से जुड़े कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल में उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता के उल्लंघन के लिए यूएस एफटीसी को रिकॉर्ड-तोड़ 5 बिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए सहमत हुआ। कंपनी ने फेसबुक-कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल के दौरान 2018 में परिचालन बंद कर दिया, हालांकि कैम्ब्रिज एनालिटिका और इसकी मूल फर्म एससीएल दोनों से संबंधित फर्म अभी भी मौजूद हैं। --आईएएनएस एसकेके/एएनएम