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कंपनी के पैसे के दुरुपयोग में अपनी पत्नी के साथ शामिल थे अशनीर ग्रोवर:भारतपे

नयी दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे और उसके संस्थापक अशनीर ग्रोवर के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर अब भी जारी है। ग्रोवर के इस्तीफे के बाद अब भारतपे ने बुधवार को कहा कि वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर कंपनी के पैसे का दुरुपयोग कर रहे थे। भारतपे ने कहा कि कंपनी के पैसे का भारी दुरुपयोग अश्नीर, उनकी पत्नी माधुरी जैन और उनके रिश्तेदारों ने किया है। ये लोग खुद को अमीर बनाने और अपनी ऐय्याशियों को पूरा करने में कंपनी के पैसे का इस्तेमाल कर रहे थे। अशनीर ने भारतपे के निदेशक मंडल की बैठक से पहले ही मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था जबकि लगभग एक सप्ताह पहले उनकी पत्नी माधुरी जैन को कंपनी ने बर्खास्त कर दिया था। भारतपे ने अपने बयान में कहा है कि अशनीर और उनके परिजनों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने का पूर्ण अधिकार उनके पास सुरक्षित है। भारतपे ने अपने बयान में कहा है, ग्रोवर परिवार और उनके रिश्तेदारों ने कंपनी के फंड का बहुत दुरुपयोग किया है। इन्होंने फर्जी वेंडर बनाया और उसके माध्यम से कंपनी के व्यय खाते से पैसा निकालते रहे। इन्होंने खुद को अमीर बनाने और अपनी ऐय्याशी पूर्ण जिंदगी के खर्च को पूरा करने के लिये कंपनी के व्यय खाते का बहुत गलत इस्तेमाल किया। कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल भारतपे की प्रतिष्ठा, इसके मेहनती कर्मचारियों और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी की प्रतिष्ठा को ग्रोवर परिवार के निंदनीय बर्ताव से दांव पर नहीं लगाने देगा। कंपनी ने कहा, अपने गलत कामों के कारण अश्नीर ग्रोवर न ही कंपनी के अब कर्मचारी हैं, न संस्थापक हैं और न ही निदेशक हैं। भारत पे ने कहा कि निदेशक मंडल कंपनी के कॉरपोरेट गवर्नेस को मजबूत करने के लिये सभी जरूरी कदम उठा रहा है। इसी के तहत एक ऑडिट समिति, एक आंतरिक ऑडिटर को नियुक्त किया गया है तथा अन्य महत्वपूर्ण आंतरिक नियंत्रण लागू किये गये हैं। कंपनी ने कहा है कि अशनीर को जैसे ही यह नोटिस दिया गया कि पीडब्ल्यूसी की जाचं के परिणाम को बोर्ड के समक्ष पेश किया जायेगा, तो उन्होंने तत्काल इस्तीफा देकर अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ा लिया। अब वे सार्वजनिक रूप से एक अलग ही कहानी बयान कर रहे हैं। भारतपे ने कहा कि अशनीर के झूठ के पुलिंदे पर उसे गहरी आपत्ति है। गौरतलब है कि कंपनी के धन की हेराफेरी और दुरुपयोग के मामले के आरोपी अशनीर ग्रोवर ने कहा था कि वह भारतपे में अपनी 8.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी शीर्ष निवेशकों को चार हजार करोड़ रुपये में बेचने को तैयार हैं। अशनीर ने कहा था कि भारतपे का मूल्यांकन छह अरब डॉलर किया गया है लेकिन सूत्रों के अनुसार अशनीर का यह दावा गलत है और कंपनी का मूल्यांकन 2.85 अरब डॉलर ही है। इस हिसाब से कंपनी की 8.5 हिस्सेदारी बेचने पर अशनीर को करीब 1,824 करोड़ रुपये ही मिलने चाहिये। इससे पहले अशनीर सिंगापुर स्थित अंतराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र में भारतपे द्वारा करायी जा रही जांच के खिलाफ दायर मामले में हार चुके हैं। --आईएएनएस एकेएस/आरजेएस

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