नई दिल्ली, रफ्तार। एयर इंडिया के जंबो जेट बोइंग 747 विमान ने मुंबई स्थित इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सोमवार को आखिरी उड़ान भरी थी। सुबह 10.47 बजे एयर इंडिया की बोइंग 747 ने पहले बाईं ओर झुकी, फिर दाईं ओर और फिर आसमान में उड़ गया। इस जंबो जेट ने 'विंग वेव' किया था। यह अत्यधिक कुशल पैंतरेबाजी है, जिसे पायलट की अंतिम उड़ान या विमान के रिटायर होने को दर्शाने के लिए किया जाता है।
एयर इंडिया अपने 4 आखिरी बचे बोइंग 747 विमानों को अलविदा कह रही है। इस फ्लाइट में कभी राष्ट्रपति से प्रधानमंत्री तक सफर करते थे। यह भारत में प्रतिष्ठित जंबो जेट के एक युग का अंत है। एयरलाइन ने सभी चार बोइंग 747-400 विमानों को एयरसेल को बेचा है, जो अमेरिकी मुख्यालय वाला आफ्टरमार्केट एयरक्राफ्ट ब्रोकर है। दरअसल, अब इंडस्ट्री के अधिक ईंधन-कुशल विमानों की ओर बढ़ने से इन विमानों का संचालन जारी रखना अलाभकारी हो रहा था। बोइंग ने 53 साल के बाद साल 2023 में वाइड-बॉडी एयरलाइनर का प्रोडक्शन बंद किया था।
चार जेट विमानों में से पहला विमान सोमवार को आगरा से मुंबई एयरपोर्ट से रवाना हुआ था। जो उनका बेस था। सूत्रों के अनुसार एक और विमान जल्द उड़ान भर सकती है। अन्य दो विमान उड़ान भरने लायक स्थिति में नहीं हैं। उनके पुर्जे अलग किए जाएंगे। एयर इंडिया ने जेट विमानों के निपटान के लिए रीमार्केटिंग फर्म स्काईटेक एआईसी को नियुक्त किया था, जिनका रजिस्ट्रेशन 2022 में रद्द किया गया था। एविएशन पोर्टल एयरोटाइम की मानें तो चारों विमान साल 1993 और 1996 के बीच खरीदे गए थे।
एयर इंडिया ने वीडियो पोस्ट कर एक संदेश भी दिया है-आज, हम अपने आखिरी 'आसमान की रानी', B747 को मुंबई से रवाना होने वाले विमान को अलविदा कहते हैं। शानदार उड़ानों के युग के लिए आपका धन्यवाद। आपकी शानदार उपस्थिति को याद करेंगे।
B747 का अप्रैल 1971 से सफर शुरू हुआ था। इसमें 16 फर्स्ट क्लास और 40 बिजनेस क्लास की सीटें थीं। इस लक्जरी विमान ने पहली उड़ान 9 फरवरी 1969 में भरी थी। इस विमान का एक वैरिएंट बोईंग वीसी-25 अमेरिकी राष्ट्रपति का एयरफोर्स वन विमान बनता है। विमान को 3 लोग मिलकर उड़ाते हैंञ इनमें पहला कैप्टन, दूसरा फ्लाइट ऑफिसर, तीसरा फ्लाइट इंजीनियर।
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