Budget 2024: बजट पेश होने से पहले क्यों मनाई जाती है हलवा सेरेमनी? जानिए इसके पीछे की पूरी वजह

Budget 2024: हर साल बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी मनाई जाती है। भारत में काफी लंबे समय से बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन होता आ रहा है। आइए जानते हैं क्या होती हलवा सेरेमेनी...
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। केद्र की मोदी सरकार जल्द ही अपने दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने जा रहीं है। बजट 2024 की तारीख सामने आ गई है। 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट संसद के पटल पर रखा जाएगा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को ही अंतरिम बजट पेश कर सकती है। आपको बता दें कि आम चुनाव वाले साल में पूर्ण बजट के बजाय अंतरिम बजट पेश किया जाता है। ऐसे में चुनाव के बाद जब नई सरकार चुनकर आती है, तो वह पूर्ण बजट पेश करती है। इससे पहले अंतरिम बजट साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पूर्व पेश किया गया था।

लंबे समय से हो रहा बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन

यह अंतरिम बजट आम चुनाव के पहले पेश होता है ऐसे में लोगो को उम्मीद होती है कि सरकार इसमें लोकलुभावने घोषणाएं कर सकती है। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होना वाला है। इस कारण आने वाले बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। हर साल बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी मनाई जाती है। भारत में काफी लंबे समय से बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन होता आ रहा है। पिछली बार कोरोना होने के कारण ये प्रोटोकॉल नहीं निभाया गया गया था, लेकिन आजादी के बाद से ही बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी मनाई जाती है। हालांकि, इस बार हलवा सेरेमनी मनाई जाएगी इस पर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।

क्या होती है हलवा सेरेमेनी?

भारत में आजादी के बाद से ही बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी मनाई जा रही है। हलवा सेरेमनी का आयोजन हमेशा बजट की तैयारी पूरी होने के बाद किया जाता रहा है। ऐसे में इस सेरेमनी को बजट पूरा होने का भी सूचक माना जाता है। इसमें वित्त मंत्री के साथ वित्त मंत्रालय के सभी बड़े अधिकारी शामिल होते हैं। यह सेरेमनी बजट प्रेस में मनाई जाती है। बजट प्रेस नॉर्थ ब्लॉक में नीचे बेसमेंट में है। इस सेरेमनी में बड़ी कढ़ाही में हलवा बनता है और सब लोग हलवा खाते हैं। हलवा सेरेमनी के बाद बजट की छपाई शुरू हो जाती है। बजट से जुड़ी जानकारी लीक न जाए, इसके लिए हलवा बनने के बाद बजट छापने वाले 100 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी वहीं रहते हैं जो बजट पेश होने के बाद ही निकलते हैं।

हलवा क्यों बनता है?

भारतीय संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत मीठा खाकर ही जाती है। इस वजह से इसको बजट का कार्य पूरा होने पर मनाया जाता है। इससे मंत्रालय के कर्मचारियों की मेहनत को सहारा जाता है। हलावा खिलाकर बजट बनाने में लगे अधिकारियों का मुंह मीठा कराया जाता है। हलवा सेरेमनी बजट की तैयारी पूरी हो जाने और वित्त मंत्री के बजट भाषण से पहले होती है। साल 2022 में कोरोना महामारी प्रोटोकॉल को देखते हुए हलवा सेरेमनी नहीं मनाई गई थी। उस साल बजट का दस्तावेजीकरण नहीं हुआ था। बल्कि इसे डिजिटल रूप से पेश किया गया था। उस समय हलवा सेरेमनी के बजाय मिठाई बांटी गई थी।

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