
नई दिल्ली, हि.स.। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि "छत्तीसगढ़ देश के विकास का एक पावरहाउस है।" उन्होंने कहा कि कोई भी देश तभी आगे बढ़ेगा, जब उसके पावरहाउस पूरी ताकत से काम करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के बहुमुखी विकास के लिए लगातार काम किया है और उस दृष्टि और उन नीतियों का परिणाम आज यहां देखा जा सकता है।
हर क्षेत्र में चल रही बड़ी-बड़ी योजनाएं
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी योजनाएं संचालित की जा रही हैं और नई-नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है। इसी क्रम में उन्होंने जुलाई में अपनी रायपुर यात्रा को याद किया। उस दौरान प्रधानमंत्री ने विशाखापत्तनम से रायपुर आर्थिक गलियारे और रायपुर से धनबाद आर्थिक गलियारे की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी थी।
6350 करोड़ रुपये की परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में लगभग 6,350 करोड़ रुपये की रेल क्षेत्र की कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में 50 बिस्तरों वाले 'क्रिटिकल केयर ब्लॉक' की आधारशिला भी रखी और जांच की गई आबादी को 1 लाख सिकल सेल परामर्श कार्ड वितरित किए। आज समर्पित रेलवे परियोजनाओं में छत्तीसगढ़ पूर्व रेल परियोजना चरण- I, चांपा से जमगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और तलाईपल्ली कोयला खदान को एनटीपीसी लारा सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एसटीपीएस) से जोड़ने वाली एमजीआर (मेरी-गो-राउंड) प्रणाली शामिल है।
भारत मॉडल की हो रही प्रशंसा
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को इस बात पर जोर दिया कि पूरी दुनिया आधुनिक विकास की तेज गति और सामाजिक कल्याण के भारतीय मॉडल को न केवल देख रही है बल्कि प्रशंसा भी कर रही है। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व नेताओं की मेजबानी को याद किया और उल्लेख किया कि वे भारत के विकास और सामाजिक कल्याण मॉडल से बेहद प्रभावित थे। उन्होंने कहा कि वैश्विक संगठन भारत की सफलताओं से सीखने की बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए देश के हर राज्य और हर क्षेत्र के विकास के प्रति सरकार की समान प्राथमिकता को श्रेय दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज, छत्तीसगढ़ के रेलवे नेटवर्क के विकास में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है’। बेहतर रेल नेटवर्क बिलासपुर-मुंबई रेल लाइन के झारसुगुड़ा बिलासपुर खंड में दवाब को कम करेगा। इसी तरह अन्य रेलवे लाइनें और रेल कॉरिडोर छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई देंगे। इन मार्गों के पूरा होने पर न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों को सुविधा मिलेगी बल्कि क्षेत्र में रोजगार और आय के नए अवसर भी पैदा होंगे।‘‘
वनों और भूमि की रक्षा करना सरकार का संकल्प
इन परियोजनाओं से प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोयला क्षेत्रों से बिजली संयंत्रों तक कोयले के परिवहन की लागत और समय कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कम लागत पर ज्यादा से ज्यादा बिजली पैदा करने के लिए सरकार पिट हेड थर्मल पावर प्लांट भी बना रही है। उन्होंने तलाईपल्ली खदान को जोड़ने के लिए 65 किलोमीटर लंबी मैरी-गो-राउंड परियोजना के उद्घाटन का भी जिक्र किया और कहा कि देश में ऐसी परियोजनाओं की संख्या बढ़ेगी और आने वाले समय में छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा। उन्होंने सूरजपुर जिले में बंद पड़ी कोयला खदान का जिक्र किया, जिसे इको-टूरिज्म के हिस्से के रूप में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि वन संपदा के माध्यम से समृद्धि के नए रास्ते खोलने के साथ-साथ वनों और भूमि की रक्षा करना सरकार का संकल्प है। वनधन विकास योजना का जिक्र करते हुए मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि इस योजना से लाखों आदिवासी युवा लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने दुनिया द्वारा श्री अन्न वर्ष मनाए जाने का भी जिक्र किया और आने वाले वर्षों में श्री अन्न की बढ़ती संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां देश की आदिवासी परंपरा को नई पहचान मिल रही है, वहीं दूसरी ओर प्रगति के नये रास्ते भी बन रहे हैं।