चीनी उत्पादों का अरुणाचल में बॉयकाट का निर्णय
चीनी उत्पादों का अरुणाचल में बॉयकाट का निर्णय

चीनी उत्पादों का अरुणाचल में बॉयकाट का निर्णय

इटानगर, 19 जून(हि.स)। ऑल निशी यूथ संघ (आन्या) ने शुक्रवार को इटानगर के आईजी पार्क में लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा भारतीय सैनिकों पर किए गए धोखे से हमले का पूर देश में विरोध रहा है। इस हमले में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। इसके विरोध में चीनी उत्पादों को जला कर इटानगर में शुक्रवार को जोरदार विरोध किया गया। अरुणाचल में चीनी उत्पादों का पूरी तरह से बॉयकाट करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर आन्या के अध्यक्ष बयांग जोरम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, हमने चीनी सामान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। मैं भी एक मोबाइल फोन डिस्ट्रीब्यूटर हूं और आज से चीनी मोबाइल फोन को न बेचने का निर्णय लिया है। उन्होंने सभी लोगों से चीनी उत्पादों के उपयोग का बहिष्कार करने का भी अनुरोध किया। दुकानदारों से भी अनुरोध किया कि वे चीनी उत्पादों को न बेचें। सरकार की नीति से नहीं अपने शहीद जवानों के लिए यह निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से चीन के खिलाफ मजबूत कदम उठाने का अनुरोध किया ताकि, हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ न जाए। उन्होंने कहा कि हमारे अरुणचली युवकों में चीनी सेना के खिलाफ लड़ने की क्षमता और साहस है। इसलिए उन्होंने केंद्र सरकार से देश की सेना अरुणाचलियों को अधिक से अधिक संख्या में शामिल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अरुणाचली अपने देश की रक्षा और अरुणाचल प्रदेश के लिए लड़ने के लिए हर समय तैयार हैं। चीन हमेशा अरुणाचल प्रदेश दावा करते हुए हमें परेशान करते रहता है, उसे हर हालत में सबक सिखाना होगा। चीन को कड़ा संदेश देते हुए, जोरम ने कहा कि वर्तमान में भारत बहुत मजबूत देश है। हमने 1962 के युद्ध में चीन का सामना किया था। जब भारत के पास पर्याप्त हथियार नहीं थे। लेकिन, अब हमारे पास पर्याप्त आधुनिक हथियार हैं और हम भारतीय लड़ने में सक्षम हैं। भारत को कमजोर समझने की गलती चीन पर भारी पड़ेगी। हिन्दस्थान समाचार /तागू/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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