रिसड़ा में घुसने का प्रयास कर रहे सुकांत मजूमदार को पुलिस ने फिर रोका

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने रिसड़ा प्रवेश करने से रोक दिया गया। इससे पहले सुकांत मजूमदार और ज्योतिर्मय सिंह महतो को रिसड़ा से सटे श्रीरामपुर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था।
रिसड़ा में घुसने का प्रयास कर रहे सुकांत मजूमदार को पुलिस ने फिर रोका

हुगली, एजेंसी। एक बार फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने रिसड़ा प्रवेश करने से रोक दिया गया। इससे पहले सुकांत मजूमदार और ज्योतिर्मय सिंह महतो को भी सोमवार को रिसड़ा से सटे श्रीरामपुर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। राज्य पुलिस के मुताबिक इलाके में धारा 144 लागू है। इसलिए भाजपा प्रतिनिधियों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।

सुकांत मजूमदार को पुलिस ने धरने की इजाजत नहीं दी

मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार रात फिर रिसड़ा में हिंसात्मक घटनायें हुई। इसके बाद पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीरामपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को पुलिस ने धरने की इजाजत नहीं दी। सुकांत ने धरना मंच का भी उद्घाटन किया गया। सोमवार को श्रीरामपुर में महेश और रिसड़ा में धारा-144 लागू कर दी गई। सोमवार रात रिसड़ा स्टेशन पर हंगामे के बाद मंगलवार को धारा-144 का दायरा बढ़ा दिया गया। श्रीरामपुर में भी धारा-144 लागू कर दी गई है। इस बीच राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने आज सुबह उत्तर बंगाल से लौटने के बाद रिसड़ा का दौरा किया। वहां उन्होंने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही।

रिसड़ा में घुसने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक लिया

राज्यपाल के अलावा सुकांत मजूमदार और ज्योतिर्मय सिंह महतो ने फिर से रिसड़ा में घुसने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक लिया। भाजपा प्रतिनिधियों ने कहा कि सिर्फ दो लोग जा रहे हैं। जहां तक धारा-144 लागू नहीं है, हम उतनी दूर ही जायेंगे। इसके बावजूद पुलिस ने भाजपा नेताओं की एक नहीं सुनी और उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। दोपहर तक मिली खबरों के मुताबिक सुकांत-ज्योतिर्मय का लगातार पुलिस से विवाद चल रहा है। सुकांत मजुमदार ने कहा कि दो जनप्रतिनिधि जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें भी रोका जा रहा है। हमें निर्जन क्षेत्रों में रोक रहे हैं, ताकि हमें भोजन और पानी न मिले।