
नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशभर के बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को केवल जीत का मंत्र ही नहीं दिया बल्कि तीन तलाक से लेकर पसंमादा मुस्लिमों का मुद्दा उठाने के साथ सामान नागरिक संहिता पर भी बात की है।
समान नागरिक संहिता
प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर बात की, उन्होंने कहा कि वोट बैंक के खातिर कुछ राजनीतिक दल भारतीय मुसलमानों को युनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर भड़का रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय लगातार यूसीसी को लेकर पूछ रहा है कि कब लागू कर रहे, लेकिन कुछ लोग इसको लागू नहीं होने देना चाहते। उन्होंने आगे कहा कि एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर कैसे चलेगा। पीएम मोदी ने इस बयान से साफ कर दिया है कि उनकी सरकार सामान नागरिक संहिता के मुद्दे पर अब कदम बढ़ाएगी और 2024 के लिए बीजेपी के प्रमुख मुद्दों से एक मुद्दा यह भी होगा।
पसमांदा मुस्लिम पर दांव
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर से पसमांदा मुस्लिमों से लेकर शिया मुस्लिम तक का जिक्र कर उन्हें साधने की कोशिश की। पीएम मोदी ने कहा कि पसमांदा मुस्लिमों का किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिला बल्कि वे परेशानी और कष्ट से गुजर रहे हैं। उनके ही धर्म के एक वर्ग ने पसमांदा मुस्लिमों का शोषण किया है और उन्हें बराबरी का हक नहीं मिला। पीएम मोदी ने पसमांदा मुस्लिम जातियों के नाम गिनाए और कहा कि आज भी ये मुस्लिम जातियां भेदभाव का शिकार हैं। इससे ऐसा लग रहा है कि भाजपा पसमांदा मुस्लिमों का मुद्दा 2024 के चुनाव अपने एजेंडे में रखने वाली है।