बीजापुर : मनरेगा के तहत तालाब का निर्माण मशीनों से करवाकर ग्रामीणों को किया वंचित
बीजापुर, 09 जनवरी (हि.स.)। जिला मुख्यालय से 30 किमी की दूरी पर उसूर तहसील के आवापल्ली ग्राम पंचायत के ग्राम गुल्लावांगु में मनरेगा के तहत जनपद पंचायत विभाग के द्वारा 20 लाख के तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। मनरेगा के अंतर्गत गांव के ग्रामीणों से तालाब खुदाई और मेड़ बंधान का काम करवाया जाना था, लेकिन तालाब का काम बड़ी-बड़ी गाड़ियों और मशीनों से करवा दिया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया कि हमने इस तालाब में महज 06 दिन काम किया, बाकी पूरा कार्य गाड़ियाें से करा लिया गया। अब तक हमारे 06 दिनों के कार्यों का भी भुगतान नहीं किया गया है। गुल्लावांगु के ग्रामीण कुंजाम भीमा, सोनू कुंजाम ने बताया कि हम तालाब खुदाई और मेड बंधान का कार्य के लिए हम खुश थे, हमें लगा कि इस तालाब के निर्माण से रोजगार मिलेगा। लेकिन सरपंच-सचिव ने यह कार्य बड़ी-बड़ी गाड़ियों से करवा दिया। हमने इस तालाब में महज 06 दिन काम किया, बाकी पूरा कार्य गाडिय़ों से करा लिया गया। अब तक हमारे 06 दिनों के कार्यों का भी भुगतान नहीं किया गया है। भाजपा पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। मुख्यमंत्री के जिला मुख्यालय आगमन की वजह से छोटे दुकानदारों की दुकानों को हटा दिया गया। इस कृत्य से दुकानदारों की रोजी रोटी छीन ली गई। कांग्रेस की सरकार में पंचायतों और गरीब ग्रामीणों का हक भी छीना जा रहा है। इतना ही नहीं 14 वें वित्त की राशि का भी बंदरबांट किया जा रहा है। इस वजह से मजबूर ग्रामीण रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेश जाने को मजबूर हो रहे है। बीजापुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने कहा कि मुझे मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है, मनरेगा के कार्य में यदि गड़बड़ी हुई है, और नियम के विरुद्ध कार्य हुआ है, तो मैं इसकी जांच करवाकर कार्यवाही करूंगा। हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे-hindusthansamachar.in