बीजापुर:आदिवासी कोरोना से मरे या गोली से, सरकार को इसकी चिंता नही - महेश गागड़ा
कैंप कहां लगेगा यह केंद्र सरकार का नहीं प्रदेश सरकार तय करती है बीजापुर/जगदलपुर,12 जून(हि.स.)। जिले के सिलगेर गोलीकांड को लेकर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने सरकार पर आदिवासियों को गुमराह करने और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उलझन में होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति ऐसी है कि आदिवासी कोरोना से मरे या गोली से, सरकार को इसकी चिंता नही है। सरकार को सिलगेर गोलीकांड की जांच कर आवश्यक कार्यवाही व आदिवासियों की सुरक्षा पर जोर देना चाहिए, लेकिन कांग्रेस का आदिवासी लगाव सिर्फ घोषणा पत्र में दिखता है, जमीनी हकीकत यह है कि बेगुनाह आदिवासियों को सिर्फ गोली और मौत मिल रही है। आज आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान सिलगेर मामले के सवाल पर पूर्व मंत्री गागड़ा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उलझन में होने का आरोप लगाया है, साथ ही कांग्रेस की ओर से गठित जांच दल को हास्यप्रद बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जांच करवाना चाहती है तो राजनीतिक सदस्यों का दल न बनवाकर, रिटायर्ड जज से निष्पक्ष जांच करवाती ।लेकिन कांग्रेस सरकार की मंशा साफ नही है। सरकार और कांग्रेस उलझन में है इसलिए प्रशासन को आगे कर दिया गया है। इन्हें यह भी स्पष्ट नही है कि घटना सुकमा जिले का है, लेकिन मोर्चा बीजापुर के कलेक्टर-एसपी संभाले हुए हैं। अपनी गलती छुपाने के लिए कांग्रेस अब मोदी सरकार पर बस्तर में कैम्प लगाने का आरोप लगा रही है। जबकि प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा का मामला है। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होती है। फोर्स कहां रखना है, कहां नही,यह जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होती है। लेकिन आंदोलनरत लोगों के बीच जाकर कांग्रेस और सरकार के लोग प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि कैम्प व फोर्स प्रधान मंत्री मोदी ने लगा रखा है। कैंप कहां लगेगा यह केंद्र सरकार का मसला नही है। हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे