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बीजापुर : आदिवासियों के विरुद्ध गहरी साजिश है : महेश गागड़ा

बीजापुर, 20 मई (हि.स.)। जिले के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव घोषणा पत्र में निर्दोष आदिवासियों की जेलों से रिहाई की बात कही थी, लेकिन उल्टा अब तो आदिवासी मारे जा रहे हैं, इनकी कोई सुनवाई नहीं है। कांग्रेस की सरकार का वादा खोखला निकला। प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। इससे आदिवासियों के खिलाफ किसी गहरी साजिश की बू आने लगी है। उन्होने सिलंगेर मामले में कहा कि जब पांच दिनों से सुकमा जिले के सिलंगेर गांव में सुरक्षाबलों के कैम्प खोले जाने का लोग विरोध कर रहे थे, तब ना तो कोण्टा विधायक कवासी लखमा वहां पहुंचे और न ही बीजापुर विधायक विक्रम मण्डावी वहां पहुंचे I दोनो ने चुप्पी साध रखी है। यह आदिवासियों के विरुद्ध गहरी साजिश है, नैतिकता के आधार पर दोनों कांग्रेसी नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि विरोध को दबाने के कई तरीके हो सकते हैं। इसका हल हिंसा ही नहीं है, बातचीत और समझाने से हल निकाला जा सकता था, लेकिन कांग्रेस नेता यहां नहीं पहुंचे। जिसके कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मृतकों एवं घायलों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। मारे गए लोगों के परिवारों को सरकार एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दे। महेश गागड़ा ने बताया कि वे मौके पर जाना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाकारणों से उन्हें जाने से मना कर दिया गया। पार्टी के कुछ स्थानीय लोगों ने गांव जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनकी आप-बीती सुनी है।ग्रामीणों को विश्वास में नहीं लिया गया, इस वजह से भी ग्रामीण नाराज हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे

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