BJP-TMC: MP निशिकांत दुबे का बड़ा आरोप, TMC MP महुआ मोइत्रा ने संसद में प्रश्न पूछने के बदले लिया कैश और गिफ्ट

BJP vs TMC: भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया है।
TMC MP Mahua Moitra, BJP MP Nishikant Dubey
TMC MP Mahua Moitra, BJP MP Nishikant Dubey

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने इन आरोपों पर जांच समिति से जांच कराए जाने की मांग की है। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि लोकसभा सदस्य महुआ ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंद से प्रश्न पूछे जाने के एवज में रिश्वत और उपहार लिए हैं। दुबे ने मांग की है कि महुआ की सदस्यता तुरंत प्रभाव से निलंबित की जानी चाहिए।

सांसद महुआ मोइत्रा के उपहार और कैश नकद लेने के प्रमाण हैं- सांसद दुबे

सांसद दुबे ने बताया कि उन्हें एक वकील से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें सांसद महुआ मोइत्रा के उपहार और कैश नकद लेने के प्रमाण हैं। उन्होंने आगे कहा कि वकील द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार महुआ मोइत्रा ने 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न ऐसे पूछे हैं जिससे दर्शन हीरानंद और उसकी कंपनी के हितों की रक्षा या लाभ मिलता है। इसमें कुछ सवाल अदानी समूह से जुड़े भी हैं जिनका दर्शन हीरानंद प्रतिद्वंदी है।

महुआ मोइत्रा ने शुरु कि सोशल मीडिया पर जंग

वही महुआ मोइत्रा ने भी सोशल मीडिया पर इसका जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के खिलाफ विशेषाधिकारों के कई उल्लंघन लंबित हैं। अध्यक्ष द्वारा उन पर कार्यवाही समाप्त करने के तुरंत बाद मेरे विरुद्ध किसी भी प्रस्ताव का स्वागत है। मेरे दरवाजे पर आने से पहले मैं इस बात का भी इंतजार कर रही हूं कि अदानी कोयला घोटाले में ईडी और अन्य एजेंसियों द्वारा एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कृपया लोकसभाध्यक्ष पहले दुबे के झूठे हलफनामे के लिए उनके खिलाफ जांच पूरी करें और फिर उनके खिलाफ जांच समिति गठित करें।

निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया किया पोस्ट

वहीं सोशल मीडिया पर निशिकांत दुबे ने कहा कि 11 सांसदों की भारतीय संसद ने प्रश्न के बदले पैसे लेने के कारण सदस्यता रद्द कर दी है। आज भी चोरी और सीनाज़ोरी नहीं चलेगी, एक व्यापारी ख़राब लेकिन दूसरे व्यापारी से 35 जोड़ी जूते श्रीमती मारकोस की आत्मा की तरह महंगे ब्रांड का बैग, पर्स, कपड़े, नक़द हवाला से पैसे नहीं चलेंगे । सदस्यता तो जाएगी । इंतज़ार करिए।

क्या बढ़ सकती महुआ मोइत्रा की मुश्किल?

अब राजनितीक गलियारो में ऐसा माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की बहुचर्चित सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किल बढ़ सकती है। रविवार को महुआ के खिलाफ दो पत्र लिखे गए हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष और अधिवक्ता अनंत देहादरी ने सीबीआई निदेशक को पत्र भेजा है। इनमें आरोप लगाया गया है कि महुआ मोइत्रा ने देश के मशहूर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से करोड़ों रुपये लिए और लोकसभा में अडानी समूह के खिलाफ सवाल पूछे। सीबीआई से महुआ मोइत्रा के खिलाफ तत्काल जांच की मांग की गई है। लोकसभा अध्यक्ष को भेजे पत्र में महुआ की सदस्यता खत्म करने की मांग की गई है। पत्रों में दावा किया गया है कि अडानी समूह के खिलाफ आधारहीन बातें करने के साथ ही इस प्रकरण से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को जोड़ा गया ताकि उद्योगपति को बदनाम किया जा सके।

सीबीआई के अधिकारी ने कहा पत्र मिल गया

सीबीआई के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पत्र मिल गया है। संबंधित तथ्यों को देखा जा रहा है। पत्र में कई अन्य दस्तावेज भी शामिल हैं। सत्यता देखने के बाद जांच शुरू की जा सकती है। इस बारे में महुआ मोइत्रा का कहना है कि वह किसी भी तरह की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं। अडानी समूह और भाजपा उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि निशिकांत दुबे ने पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि 2005 में 12 दिसंबर को 14वीं लोकसभा के समय ऐसे ही घूस लेकर लोकसभा में सवाल उठाने के आरोप लगे थे। तब तत्कालीन अध्यक्ष ने जांच समिति का गठन किया था। जांच शुरू होने के बाद केवल 23 दिनों के भीतर लोकसभा के 10 सदस्यों को सस्पेंड कर दिया गया था। उसी तर्ज पर महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच शुरू होनी चाहिए।

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