बीएआई ने  राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उन खिलाड़ियों का नाम भेजा,जिन्होने कुछ भी नहीं जीता है : प्रणय
बीएआई ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उन खिलाड़ियों का नाम भेजा,जिन्होने कुछ भी नहीं जीता है : प्रणय

बीएआई ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उन खिलाड़ियों का नाम भेजा,जिन्होने कुछ भी नहीं जीता है : प्रणय

नई दिल्ली, 03 जून (हि. स.)। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने अर्जुन पुरस्कार के लिए चयन मानदंडों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए उन खिलाड़ियों का नाम भेजा है,जिन्होने कुछ भी नहीं जीता है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीते उन्हें बीएआई ने नजर अंदाज किया। बीएआई ने मंगलवार को अर्जुन पुरस्कार के लिए युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रैंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी और पुरुष एकल खिलाड़ी समीर वर्मा के नाम की सिफारिश की है। जिसके बाद प्रणय की यह टिप्पणी आई है। प्रणय ने ट्वीट किया, “वही पुरानी कहानी। जिन लोगों ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक जीते उन्हें संघ द्वारा नामांकित नहीं किया गया। जो खिलाड़ी इन टूर्नामेंट्स में थे भी नहीं उसे नामांकित किया गया। वाह। यह देश मजाक है।” प्रणय ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण जीता था। इसके अलावा 2018 एशियाई चैम्पियनशिप में पुरुष एकल वर्ग में कांस्य पदक जीता था। उन्हें पारूपल्ली कश्यप का भी साथ मिला। कश्यप ने प्रणय के ट्वीट पर रिप्लाई दिया, “अवार्ड के लिए अपील करने का सिस्टम कभी समझ में नहीं आया। मुझे उम्मीद है कि यह बदलेगा। मजबूत रहो भाई।” उन्होंने अपने पिछले साल के ट्वीट को भी रीट्वीट किया है। प्रणय ने पिछले साल भी अर्जुन पुरस्कार के लिए उनका नाम नॉमिनेट नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की थी। प्रणय का पिछले साल का प्रदर्शन हालांकि इतना शानदार नहीं रहा, लेकिन वह 2018 में शानदार फॉर्म में थे। 25 साल के प्रणय ने 2018 में तीन खिताब अपने नाम किए थे और अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग (11) हासिल की थी। इस शानदार प्रदर्शन के बूते वह बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स 2018 में भी जगह बनाने में सफल रहे और सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। इस वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित रैंकीरड्डी और चिराग शेट्टी ने बीते दो साल में मिलकर शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पिछले साल थाईलैंड ओपन का खिताब अपने नाम किया था और फ्रेंच ओपन में उप-विजेता रहे थे। साथ ही चीन ओपन सुपर 750 के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। वहीं, समीर ने 2018 में तीन खिताब अपने नाम किए और विश्व रैंकिंग में 11वां स्थान हासिल किया। उनके शानदार प्रदर्शन से वह 2018 बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स में जगह बनाने में सफल रहे थे। बीएआई ने भास्कर बाबु और एस. मुरलीधरन को द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए नामांकित किया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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