नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। NRC Implementation in Jharkhand: बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर झारखंड में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने घुसपैठ के कारण साहिबगंज और पाकुड़ में बदलती डेमोग्राफी पर चिंता व्यक्त करते हुए नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) लाने की बात कही है। मरांडी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा, 'साहिबगंज और पाकुड़ में बहुत गंभीर स्थिति हैं। हालात चिंताजनक है, आदिवासियों का अस्तित्व डेमोग्राफी बदलाव से खतरे में है। संताल परगना के पूरे इलाके को बांग्लादेशी घुसपैठियों ने अपने जद में ले लिया है। झारखंड में बीजेपी सरकार बनते ही इनके खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। एनआरसी लाकर घुसपैठियों को चुन-चुनकर राज्य की सीमा से बाहर करेंगे।'
बाबूलाल मरांडी ने कहा बांग्लादेशी घुसपैठियों के मामले पर अब राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान गया है। मैं बहुत समय से कह रहा हूं कि यह अत्यधिक गंभीर समस्या है। हमें जल्द से जल्द इस समस्या से पूरी तरह से छुटकारा पाने की आवश्यकता है। लेकिन कुछ लोग दुर्भाग्य से अपने राजनीतिक हितों के लिए इनको संरक्षण दे रहे हैं। जैसे ही भाजपा सत्ता में आए तो NRC जरूर लाएंगे!'
साहिबगंज और पाकुड़ के दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'हमें पता चला है, JMM और कांग्रेस के संरक्षण में अपने वोट बैंक को बढ़ाने की लालच में, खासकर सरकार द्वारा बांग्लादेशी घुसपैठियों को सरकारी जमीन बंदोबस्त करके पट्टा देना और फिर राशन कार्ड भी बनवा देते हैं।'