आगामी दिसंबर-जनवरी में होगी राममंदिर में मूर्तियों की प्राणप्रतिष्ठा, जानिए कैसी होगी रामलला की मूर्ति?

राम मंदिर में मूर्तियों की प्राणप्रतिष्ठा आगामी दिसंबर-जनवरी में मुहूर्त के अनुसार की जाएगी। जानिए कैसा होगा भगवान राम का स्वरूप ?
Ram Mandir Ayodhya
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बलिया, रफ्तार डेस्क/हिंदुस्थान समाचार। अयोध्या में बन रहे राममंदिर का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। राममंदिर का उद्घाटन कौन करेगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। राम मंदिर में मूर्तियों की प्राणप्रतिष्ठा आगामी दिसंबर-जनवरी में मुहूर्त के अनुसार की जाएगी। यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव एवं विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने दी।

राम मंदिर का निर्माण राष्ट्र के सम्मान का निर्माण

विहिप के काशी एवं गोरक्ष प्रांत के 10 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग को संबोधित करते हुए चंपत राय ने कहा कि यह उस मंदिर का निर्माण है जिसे विदेशी आक्रांता द्वारा हिंदुस्तान की सेनाओं को कमजोर समझ कर तोड़ दिया गया था। वर्ष 1528 में एक विदेशी आक्रांता आया था, जिसने मंदिर तोड़कर देश की आत्मा को आहत करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि प्रभु राम इस देश की आत्मा में बसते हैं। इसलिए इस मंदिर का निर्माण राष्ट्र के गौरव का निर्माण है। यह कोई सामान्य मंदिर नहीं है।

वाल्मीकि रामायण से लिया गया है रामलला का बालस्वरूप

चंपत राय ने बताया कि रामलला के पांच वर्ष का स्वरूप वाल्मीकि रामायण में वर्णित घटनाओं के आधार पर लिया गया है। भगवान राम विष्णु के अवतार थे। इसी आधार पर राम के बाल स्वरूप को बनाया जा रहा है। राम की मूर्ति के अलावा चारों ओर सूर्यदेव का मंदिर भी बनाया जाएगा। भगवती, गणपति और शंकर जी का भी मंदिर बनेगा। हनुमानजी और अन्नपूर्णा माता का भी मंदिर बन रहा है। यही नहीं महर्षि वाल्मीकि, विश्वामित्र, अगस्त्य मुनि,वशिष्ठ, निषादराज, सबरी, अहिल्या और जटायु की भी प्रतिमाएं बनाई जाएंगी

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