
रफ्तार डेस्क, नई दिल्ली। फिलीस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया, इस दौरान हमास ने 280 से अधिक इजरायली नागरिकों का अपहरण किया और उन्हें बंधक बना कर अपने साथ ले गई। जिसमे लगभग 9 अमरिकी नागरिक शामिल थे। शुक्रवार को हमास ने 2 अमरिकी महिलाओं को मुक्त किया। हमास ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया एप टेलिग्राम पर साझा की।
बंधकों को छुड़ाने की डील कतर ने कराई
बताया जा रहा है कि हमास द्वारा छोड़े गए बंधक मां-बेटी हैं, जो अमेरिका के शिकागो की रहने वाली मां-बेटी हैं। इन बंधकों को छुड़ाने की डील कतर ने कराई है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने शुक्रवार को देर रात जारी एक बयान में कहा, '17 साल की नताली रानान और उनकी मां जूडिथ को राफा क्रॉसिंग के जरिए मिस्र में पहुंचाया गया है, जहां उनकी मुलाकात इजरायली सुरक्षा बलों से हुई।'
दोनों महिलाओं के पास इजरायल की नागरिकता भी है
बयान में आगे कहा गया कि इसके बाद उन्हें उनके रिश्तेदारों से मिलाने के लिए एक इजरायली सैन्य अड्डे पर ले जाया गया। दोनों महिलाओं के पास इजरायल की नागरिकता भी है। ये हमले वाले दिन गाजा से 2 किमी की दूरी पर नाहल ओज किबुत्ज में थीं। हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। आतंकियों ने हाई-टेक सीमा बाड़ को तोड़ दिया था और 1400 से ज्यादा लोगों को मार डाला था। इसके अलावा 200 से ज्यादा लोगों को गाजा में बंधक बनाया।
बंधकों को मानवीय कारणों से रिहा किया गया है
यह लोग अपने एक रिश्तेदार का 85वां जन्मदिन मनाने के लिए इजरायल पहुंचे थे। नताली के पिता उरी ने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने अपनी बेटी से बात की थी। वह ठीक है और अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं।
हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा, 'बंधकों को कतर के मध्यस्थता प्रयासों के जवाब में मानवीय कारणों से रिहा किया गया है'। इसके अलावा दुनिया के लोगों को यह दिखाने के लिए कि राष्ट्रपति बाइडेन और उनके फासीवादी प्रशासन की ओर से किए गए वादे झूठे और निराधार हैं।
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