Lok Sabha Election 2024: 'सॉफ्ट हिंदुत्व' की राह चली सपा का क्या है नैमिषारण्य दांव

यूपी में बीजेपी से दो-दो हाथ करने के लिए सपा भी अब सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलती नजर आ रही है। सपा नैमिषारण्य में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करने जा रही है।
Akhilesh Yadav
Akhilesh YadavTwitter/akhileshyadav

नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलते दिख रहे हैं। दो दिन पहले ही पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताओं को धार्मिक टिप्पणियों को लेकर सख्त हिदायत दी थी। जानकारी के मुताबिक सपा ने लोकसभा चुनाव को लेकर नैमिषारण्य में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया है. दो दिन के इस शिविर की शुरुआत 9 जून को है। समाजवादी पार्टी 9 जून को नैमिषारण्य से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने अभियान का आगाज करने जा रही है। नैमिषारण्य जो उत्तर प्रदेश में लखनऊ से लगभग 80 किमी दूर सीतापुर जिले में गोमती नदी के तट पर बाईं ओर स्थित है।

नैमिषारण्य का सनातन धर्म में बहुत महत्व है, यहां पुराणों की रचना हुई है। यूपी में बीजेपी से दो-दो हाथ करने के लिए सपा भी अब सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलती नजर आ रही है

2012 के बाद नहीं जीते एक भी चुनाव

2012 के बाद समाजवादी पार्टी के पिछले कुछ चुनावी परिणामों को अगर देखा जाए तो समाजवादी पार्टी के हिस्से सभी चुनावों में करारी हार आई है। चाहे वह 2022 के विधानसभा चुनाव, 2019 का लोकसभा चुनाव, 2017 का विधानसभा चुनाव और 2014 का लोकसभा चुनाव हो हर बार सपा को भाजपा के सामने हार का सामना करना पड़ा है।

हिंदुत्व की राजनीति

अगर समाजवादी पार्टी को मिलने वाले वोटिंग पैटर्न को देखा जाए तो मुस्लिम और यादव एमवाई फैक्टर के अलावा किसी जाति को सपा जोड़ती हुई नहीं दिख रही है। वहीं भाजपा अपने हिंदुत्व की राजनीति से तमाम जातियों को अपनी ओर खींचती हुई नजर आ रही है।

नैमिषारण्य में BJP को हराने की रणनीति बनेगी

समाजवादी पार्टी अब पिछले कुछ दिनों से तरीका बदलती हुई दिखाई दे रही है। समाजवादी पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व का नया प्रयोग करने जा रही है। बता दें कि उत्तर प्रदेश  में भाजपा के 3 केंद्र हैं अयोध्या, मथुरा और काशी। ऐसे में समाजवादी पार्टी नैमिषारण्य जा रही है जहां से वह हिंदुत्व की पॉलिटिक्स की शुरुआत कर सकती है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पार्टी की बैठक में अखिलेश यादव ने नेताओं को धार्मिक टिप्पणी ना करने की सख्त हिदायत दे चुके हैं।

‘धार्मिक मामलों में सतर्कता बरतें नेता’

अखिलेश यादव ने अपने प्रवक्ताओं को भी कहा है कि धार्मिक मामलों में सतर्कता बरतें और किसी को भी आहत न करें।

‘बड़ा धार्मिक कार्यक्रम’

नैमिषारण्य में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पार्टी महासचिव शिवपाल यादव और अन्य वरिष्ठ नेता भी पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी पूर्व विधायक रामपाल यादव को मिली है। नैमिषारण्य में बड़ा धार्मिक कार्यक्रम करने की तैयारी भी की जा रही है।

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