नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने यूसीसी (UCC) मामले पर केंद्र पर फिर तीखा हमला बोला है। साथ ही ओवैसी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) के बयान पर भी पलटवार किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और चीनी घुसपैठ जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए समान नागरिक संहिता की बात की जा रही है।
हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर पलटवार
असदुद्दीन औवेसी ने हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने सब्जियों की बढ़ती कीमतों के लिए बंगाली भाषी मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराया, यह सांप्रदायिक मानसिकता है। उन्होंने कहा देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध न दे या मुर्गी अंडा न दे तो उसका इल्जाम भी मियां जी पर ही लगा देंगे।
क्या कहा था हिमंत बिस्वा सरमा ने?
ओवैसी ने कहा कि शायद अपनी निजी नाकामियों का ठीकरा भी मियां भाई के सर ही फोड़ते होंगे. भाजपा को जवाब देना चाहिए कि क्या वे पूरे पूर्वोत्तर में UCC लाएंगे, जहां बहुत सारे आदिवासी हैं। दरअसल, खबरों के मुताबिक असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जियों की दरें कम हैं। हालांकि, शहरों तक आते-आते कीमतें बढ़ जाती हैं। सभी विक्रेता दरें बढ़ा रहे हैं और उनमें से ज्यादातर मियां लोग हैं।