बुन्देलखण्ड में कोरोना पर भारी पड़ रही है रोग प्रतिरोधक क्षमता
करीब 50 प्रतिशत मरीज स्वस्थ होकर जा चुके हैं अपने घरों को महेश पटैरिया झांसी, 12 जून(हि.स.)। विश्वव्यापी कोरोना का कहर देश में जमकर बरप रहा है। बुन्देलखण्ड के सभी सातों जिले इससे अछूते नहीं हैं। इसके इतर बुन्देलखण्ड के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के आगे कोरोना का कहर भी घुटने टेकते नजर आ रहा है। गौरतलब है कि जितने भी मरीज कोविड.19 का शिकार हुए हैं उनमें से करीब 80 प्रतिशत लोग स्वस्थ होकर अपने घरों पर भी जा चुके हैं। हालांकि कुछ जनपद ऐसे भी हैं जहां यह प्रतिशत कुछ कम भी है। जितनी दहशत शुरुआती दौर में कोरोना के कहर की देखी जा रही थी, अब वह भी कम होती नजर आ रही है। लोग बेखौफ होकर सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बिना माॅस्क व शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन करते भी दिखाई दे रहे हैं। तो इन्हें समझाइश देने के लिए प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं लगातार माॅस्क पहनने और दूरी बनाए रखने की अपील करने में भी जुटी हैं। बुन्देलखण्ड का सभी सातों जनपदों में से कोई भी ऐसा नहीं है जहां कोरोना का संक्रमण पांव न पसारे हो। लेकिन फिर भी अभी स्थिति नियंत्रण में है। सभी जनपदों से अभी तक करीब 50 प्रतिशत मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। बुन्देलखण्ड की हृदयस्थली झांसी में अब तक कुल 68 मरीजों में कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाया गया है। इनमें से कोरोना संक्रमित 9 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है। 38 मरीजों में कोरोना पहले पॉजिटिव पाया गया, लेकिन अब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। अब तक पूरी तरह स्वस्थ होकर कुल 32 मरीज घर जा चुके हैं। वहीं मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में एक्टिव पॉजिटिव 21 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। ललितपुर में अब तक कुल 4 मरीज पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें से एक व्यक्ति ठीक हो चुका है। जबकि एक अन्य संक्रमित स्वास्थकर्मी की मौत हो चुकी है। जबकि दो लोग अभी भी पाॅजिटिव बने हुए हैं। मण्डल के जालौन जनपद की स्थिति सबसे खराब है। यहां अभी तक कुल 85 मरीज पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 41 संक्रमित स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। जबकि 4 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इनमें जालौन का पहला संक्रमित चिकित्सक भी शामिल है। ये है चित्रकूट मण्डल का हाल बुन्देलखण्ड के दूसरे मण्डल के महोबा जिले में अब तक कुल 24 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी है। जबकि 11 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। शेष अभी भी पाॅजिटिव बने हुए हैं। हमीरपुर में बीते रोज एकाएक मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या अब 22 पहुंच गई है। जबकि 5 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। हमीरपुर में अभी तक कोरोना से किसी की भी मौत नहीं हुई है। बांदा में अब तक कुल 29 मामले पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 22 लोग उपचार के दौरान स्वस्थ हो गए हैं। यहां भी किसी भी मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई है। वहीं चित्रकूट जिला कोरोना मरीजों की संख्या में मण्डल में अभी भी सर्वोच्च स्थान पर है। यहां कुल मरीजों की संख्या 75 है जबकि इनमें से 36 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं एक मरीज की यहां मौत भी हुई है। जबकि शेष अभी भी पाॅजिटिव बने हुए हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ कमजोर क्षमता का वाॅयरस भी है कारण इस संबंध में पूर्व में झांसी व वर्तमान में चित्रकूट जिले के सीएमओ डाण् विनोद यादव ने बताया कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि बुन्देलखण्ड में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है। साथ ही यहां पर संक्रमण का ज्यादा प्रभाव न होने का कारण कम क्षमता का वाॅयरस भी है। फिलहाल जितने भी मामले सामने आ रहे हैं अधिकांश प्रवासी मजदूरों से जुड़े हुए हैं। झांसी में अधिवक्ता और परिजन भी चपेट में, न्यायालय 3 दिनों तक बंद गुरुवार को जो दो नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, उनमें पुरानी नझाई निवासी अधिवक्ता और उनके परिजन शामिल हैं। इनका संबंध नोएडा ट्रैवल हिस्ट्री से जुड़ा हुआ है। पॉजिटिव दंपति का इलाज शुरू कर दिया गया है। उनके परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इन्ही सारी बातों के चलते 3 दिन के लिए झांसी न्यायालय से जुड़े कार्यों में रोक लगा दी गई है। सोमवार से जिला न्यायालय के संचालन को फिर से शुरू किया जाएगा। वकील के चैंबर और उसके आस-पास के जिला न्यायालय और कलेक्ट्रेट परिसर को बंद के दौरान सैनिटाइज किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों के साथ उचित चर्चा के बाद, जिला न्यायालय परिसर अगले 3 दिनों के लिए बंद किया गया है। जिला कलेक्ट्रेट का संचालनए प्रोटोकॉल के अनुसार 48 घंटे के बाद फिर से शुरू होगा। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश-hindusthansamachar.in