गृह एकांतवास में प्रवासी मजदूर ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
रामगढ़, 12 जून (हि.स.) । जिले में घरेलू एकांतवास में रह रहे प्रवासी मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गोला प्रखंड के बरलांगा थाना क्षेत्र अंतर्गत नावाडीह गांव का है। यहां मुंबई से लौटे जितेंद्र साहू ने शुक्रवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि उसके आत्महत्या करने के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। लेकिन पुलिस जांच कर रही है। थाना प्रभारी संजय नायक ने बताया कि जितेंद्र अपने भाई उमेश्वर साहू और भाभी रिंकी देवी के साथ घर में रहता था। उसके माता-पिता कई साल पहले ही गुजर चुके थे। वह अपने जीविका के लिए मुंबई में मजदूरी का काम करता था। लॉक डाउन की वजह से 2 जून को वह अपने घर लौटा। यहां लौटते ही स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे घरेलू एकांतवास में रहने को कहा। शुक्रवार को जब उसकी भाभी खाना देने के लिए उसके कमरे में गई, तो उसने कमरा नहीं खोला। काफी देर तक दरवाजा पीटने पर भी जब जितेंद्र ने जवाब नहीं दिया, तो उसने अपने पति उमेश्वर साहू को दरवाजा खुलवाने को कहा। उमेश्वर ने धक्का देकर दरवाजा खोला तो अपने भाई को फांसी पर लटका हुआ पाया। ग्रामीणों ने तत्काल इस घटना की सूचना पुलिस को दी। भाई और भाभी के साथ नहीं बनती थी जितेंद्र की थाना प्रभारी संजय नायक ने बताया कि पूछताछ के दौरान फिलहाल एक बात सामने आई है कि जितेंद्र की अपनी परिजनों से नहीं बनती थी। वह जब अपने घर लौटा था तो भी अपने भाई और भाभी से उसकी ज्यादा बात नहीं होती थी। हालांकि उनके बीच अभी बंटवारा नहीं हुआ था। कोरोना के डर से ग्रामीणों ने शव को नहीं छुआ जितेंद्र की लाश को पोस्टमार्टम के लिए जब ले जाया जा रहा था, तब ग्रामीणों ने उसे छुआ तक नहीं। उन्हें कोरोना का डर सता रहा था। ग्रामीणों का कहना था कि जितेंद्र घरेलू एकांतवास में था। उसकी अवधि अभी पूरी नहीं हुई थी। अभी उसने आत्महत्या कर ली है। लेकिन अगर उसे कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ तो इससे दूसरे लोग भी बीमार हो सकते हैं। इस कश्मकश में आधे घंटे तक एंबुलेंस दरवाजे के बाहर खड़ा रहा। बाद में एंबुलेंस चालक, चौकीदार और मृतक के भाई ने ही उसकी लाश को उठाया। हिन्दुस्थान समाचार/अमितेश/वंदना-hindusthansamachar.in