आम लोगों का फीवर क्लीनिक पर दृढ़ हुआ विश्वास, 23 हजार के करीब पहुंची ओपीडी
आम लोगों का फीवर क्लीनिक पर दृढ़ हुआ विश्वास, 23 हजार के करीब पहुंची ओपीडी

आम लोगों का फीवर क्लीनिक पर दृढ़ हुआ विश्वास, 23 हजार के करीब पहुंची ओपीडी

इंदौर, 12 जून (हि.स.)। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था स्थापित करने के उद्देश्य से खोले गए फीवर क्लिनिकों पर लोगों का विश्वास पहले से भी दृढ़ हुआ है। इस भरोसे का प्रमाण लगातार बढ़ती ओपीडी की संख्या है, जो कि अब तक 22 हजार 962 हो गई है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर मनीष सिंह के मार्गदर्शन में गत 25 मई से शुरू किए गए फीवर क्लीनिक में पहले दिन जहां 631 व्यक्ति ओपीडी में आए, वहीं 11 जून को करीब 3 गुना, 1716 व्यक्तियों ने ओपीडी आकर चिकित्सकीय परामर्श लिया। जानकारी के अनुसार फीवर क्लीनिक आए मरीजों में से 30 डायबिटिक, 47 हाइपरटेंशन एवं 7 सीओपीडी के लक्षणों से संबंधित पाए गए। आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि फीवर क्लीनिक के माध्यम से चिकित्सा का जो वैकल्पिक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है वह कारगर साबित हो रहा है जिसका परिणाम एवं सफलता आज सभी के सामने है। फीवर क्लिनिकों की स्थापना से ना केवल इलाज एवं चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा मिली है, बल्कि इन क्लीनिकों के कारण कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों का पता लगाने में भी आसानी हुई है। उल्लेखनीय है कि 11 जून 2020 तक फीवर क्लीनिक आए व्यक्तियों में से 156 कोरोना संदिग्ध लोगों को अस्पताल रेफर किया जा चुका है। साथ ही 236 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत संदिग्धों की पहचान करना अति महत्वपूर्ण है, जिससे संक्रमण फैलने से रोका जा सकें। साथ ही उन क्षेत्रों के बारे में भी पता चल सकें जहां कोरोना संक्रमण है। साढ़े 7 हजार से अधिक बच्चों एवं 2 हजार 439 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण पूर्ण इधर, इंदौर जिले में शिशु एवं मातृ स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 7 हजार 666 बच्चों एवं 2 हजार 439 गर्भवती माताओं का टीकाकरण पूर्ण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर मनीष सिंह टीकाकरण कार्य की प्रगति की सतत समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर निरंतर चलाए जाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर द्वारा दैनिक रूप से टीकाकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाती है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु टीकाकरण केंद्रों पर पूर्ण सावधानी बरती जा रही है। इन केंद्रों पर आने वाले अभिभावक गणों, माताओं एवं बच्चों की सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखा जाता है। यहां सैनिटाइजर, हैंड वॉश की व्यवस्था की गई है साथ ही एएनएम को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक टीकाकरण के पूर्व वह अपने हाथ सेनीटाइज करे। इसके अतिरिक्त सत्र आरंभ होने के पहले हाथों को कम से कम 20 सेकंड हैंड वॉश अथवा साबुन से धोए। कलेक्टर के निर्देशानुसार इन केंद्रों की नगर निगम द्वारा प्रतिदिन साफ-सफाई की जाती है साथ ही केंद्रों को सेनीटाइज भी किया जाता है। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर/राजूू-hindusthansamachar.in

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